इंदौर। डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस, दालों जैसी आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चे के आव्हान पर किसान व मजदूर संगठनों के कार्यकतार्ओं ने गुरुवार दोपहर कमिश्नर कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि सरकार मुनाफाखोरी बंद कर जनता को लूटना बंद करें। प्रदर्शनकारी महंगाई के खिलाफ नारे लिखी तख्तियां लिए हुए थे। इनमें किसान मोर्चा से जुड़े अखिल भारतीय किसान सभा, अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन किसान संघर्ष समिति, एटक, एचएमएस, मध्य प्रदेश आदिवासी एकता महासभा, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन सहित विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित किया गया था। प्रदर्शन का नेतृत्व अरुण चौहान, रामस्वरूप मंत्री, हरिओम सूर्यवंशी, अरविंद पोरवाल, जयप्रकाश गुगरी, सोनू शर्मा आदि ने किया।
10 माह में रसोई गैस के दामों में 41 प्रतिशत की बढ़ोतरी
विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अच्छे दिन का सपना दिखाकर केंद्र में सरकार बनाई लेकिन गलत नीतियों के चलते आज देश की आर्थिक स्थिति गर्त में चली गई है। केंद्र सरकार द्वारा डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बार बार वृद्धि की जा रही है। पिछले 10 माह में रसोई गैस के दामों में 41 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस पर सब्सिडी खत्म कर दी कर दी गई है जबकि अन्य उपभोक्ताओं के लिए सबसिडी 10 रुपए से भी कम है। लॉकडॉउन के पिछले तीन माह के दौरान पेट्रोल व डीजल पर लगने वाले केंद्रीय उत्पाद शुल्क और कीमतों में बार-बार की गई अनुचित बढ़ोत्तरी से देश के गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब हो गई है।
इंदौर
संयुक्त किसान मोर्चा मैदान में
- 09 Jul 2021