कोर्ट की टिप्पणी- आरोपी को मृत्युदंड नहीं दिया गया, तो समाज में गलत संदेश जाएगा
भोपाल। आरोपी ने खुद को मरा बताने और जेल जाने से बचने के लिए बेकसूर की जान ली है। उसने खौफनाक घटना को अंजाम दिया है। वह पहले भी गंभीर अपराधों में लिप्त रहा है। इसमें मृत्युदंड से कम नहीं दिया जा सकता। उद्देश्य यह भी है कि कठोर दंड नहीं दिया गया, तो समाज में गलत संदेश जाएगा। समाज और पीडि़त को सही न्याय नहीं मिलेगा। यह लोगों को अपराध करने के लिए उत्प्रेरित करेगा।
यह टिप्पणी भोपाल जिला न्यायालय के जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र टाडा की कोर्ट ने की है। कोर्ट ने बीएससी स्टूडेंट अमन दांगी की हत्या के मामले में आरोपी रजत सैनी को फांसी की सजाई सुनाई है। इसके अलावा, तीन अन्य मामलों में उम्रकैद और 50 हजार रुपए जुमार्ना भी लगाया है। आरोपी ने खुद को मरा साबित करने की साजिश रची। कारण- उसे 5 लाख रुपए उधार नहीं चुकाना पड़े और जेल जाने से भी बच जाए। 10 महीने पहले उसने बेकसूर अमन दांगी के सिर पर बैट और हथौड़ा मारा। शव को पेट्रोल डालकर जला दिया। कोर्ट में पैरवी विशेष लोक अभियोजक वर्षा कटारे ने की।
भोपाल
सिर पर बैट-हथौड़ा मारा, पेट्रोल डालकर शव जलाया
- 10 May 2023