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शिवपुरी

साले-जीजा हुए 40 लाख की ठगी का शिकार

  • 25 Aug 2023

ठगों ने रेलवे अधिकारी बनकर की ठगी; कम दामों में स्क्रैप मैटेरियल दिलाने को कहा
शिवपुरी। शिवपुरी शहर के तुलसी नगर के रहने वाले दीपक जादौन और उसके ग्वालियर के रहने जीजा शिवम तोमर के साथ तीन ठगों ने रेलवे अधिकारी बनकर रेलवे के यार्ड से सस्ते दाम में स्क्रेप मटेरियल दिलाने के नाम पर 40 लाख रूपए की ठगी कर ली थी। इसकी शिकायत ठगी का शिकार होने वाले दीपक ने 13 अगस्त को कोतवाली में दर्ज कराई थी। पुलिस ने तीन आरोपियों पर खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसे बनी थी ठगी की योजना -
जानकारी के अनुसार मुरैना जिले के रहने वाले विष्णु शर्मा की मुलाकात दिल्ली में फरीदाबाद के रहने बाले नवीन उर्फ अवधेश पासवान से हुई। नवीन ने खुद को रेलवे का बड़ा अधिकारी बताया। कुछ समय बाद नवीन ने विष्णु शर्मा से रेलवे यार्ड से स्क्रेप मटेरियल सस्ते दामों में दिलवाने के लिए किसी बड़ी पार्टी को तलाश करने को कहा। ज्यादा कमीशन के लालच में विष्णु ने ग्वालियर में पार्टी की तलाश शुरू कर की। इसी दौरान विष्णु से ग्वालियर का रहने वाला शिवम तोमर मिला। शिवम ने फायदे का सौदा समझ कर उसके साले को काम में मिला लिया था। जो कि शिवपुरी का रहने वाला था।
डील फाइनल करने के लिए नवीन उर्फ अवेधश उर्फ सुरेश पासवान अपने एक साथी शेषनाथ पाण्डे(फरीदाबाद) से साथ आए थे। शेषनाथ के साथ विष्णु शर्मा(शिवपुरी) भी था। वहीं रेलवे यार्ड से स्क्रेप मटेरियल सस्ते दाम में दिलवाने का ठेका 80 लाख रूपए में तय कर लिया था। इसकी कागजी कार्यवाही की गई थी। इसके बाद साले - जीजा को रेलवे यार्ड में घुमाकर नवीन ,शेषनाग और विष्णु ने टुकड़ों में 40 लाख रूपए ऐंठ लिए थे। कुछ दिन बाद दीपक जादौन और उसके जीजा को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने कोतवाली थाने में ऋकफ दर्ज कराई थी। बता दें कि फरीदाबाद के रहने वाले नवीन और शेषनाग मूलत: बिहार के रहने वाले है। दोनों पर पहले भी ठगी के कई मामले दर्ज हो चुके है। जिसमे नवीन अधिकारी बन कर लोगों से मिलता था और शेषनाग इस ठगी की योजना के फर्जी दस्तावेज तैयार करता था।
ठगी में शामिल विष्णु भी दलाली का काम करता था। जो दिल्ली में बैठे नेताओं के चक्कर लगाता रहता था। कोतवाली के इंचार्ज विनय यादव का कहना है कि ठगी की शिकायत के बाद तीनों आरोपियों को उनके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से ढाई लाख रूपए बरामद किये गए है। पूछताछ में शेष पैसे और इस गेंग में शामिल लोगों के बारे में जानकारी पीआर लेने के बाद जुटाई जाएंगी।