वामा रूप धरे
श्रम साधती, स्वप्न पालती स्त्री
हर उस पुरुष को खटकती है
जो बाहर से छैला
और भीतर से विषैला है
शब्द पुष्प
वामा रूप धरे
- 29 Jul 2021
वामा रूप धरे
श्रम साधती, स्वप्न पालती स्त्री
हर उस पुरुष को खटकती है
जो बाहर से छैला
और भीतर से विषैला है
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