इंदौर। दीवाली की रात इमली साहेब गुरुद्वारा के सेवादार इंद्रजीतसिंह भाटिया को रीगल तिराहे पर अज्ञात वाहन ने रौंद दिया था। पुलिस पांच दिन बाद भी वाहन का पता नहीं लगा पाई है। वहीं पुलिस ने एमजी रोड़ और रीगल तिराहे (कंट्रोल रूम के सामने) के कई कैमरें खंगाले लेकिन ज्यादातर बंद मिले। कुछ इतने धुंधले हैं कि तस्वीर ही स्पष्ट नजर नहीं आ रही।
विष्णुपुरी (एनएक्स) निवासी इंद्रजीतसिंह भाटिया (65) का गुरुवार तड़के कंट्रोल रूम के सामने शव मिला था। कोई अज्ञात वाहन उन्हें रौंदते हुए चला गया था। घटना की जांच कर रही तुकोगंज पुलिस ने एमजी रोड़ के फुटेज निकाले तो करीब साढ़े तीन बजे गांधी हाल से रीगल तिराहे की तरफ जाते दिखे। लेकिन रीगल तिराहे के सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो यह पता नहीं चल पाया कि टक्कर किस गाड़ी ने मारी। पुलिस ने आरएलवीडी का कैमरा खंगाला लेकिन वह बंद मिला। होटल और पेट्रोल पंप के कैमरे देखे तो वह भी बंद थे। पुलिस ने शंका के आधार पर दो कारों की जांच की, लेकिन उन पर भी किसी प्रकार का डेंट नहीं मिला। हादसे से समाजजन दुखी है। उनके मुताबिक बीमा विभाग से सेवानिवृत भाटिया 29 सालों से गुरुद्वारा में सेवा कर रहे थे। वे रात दो बजे गुरुद्वारा में आ जाते थे। सेवा करने के बाद सैर पर जाते थे।
इंदौर
सेवादार की जान लेने वाले वाहन का पता नहीं चला
- 10 Nov 2021