इंदौर। केंद्र सरकार और बैंक एसोसिएशन के बीच वार्ता विफल होने के चलते गुरुवार को बैंककर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल होने से कई राष्ट्रीयकृत बैंकों में कामकाज ठप रहा। इंदौर जिले की 550 से ज्यादा शाखाओं में लेन-देन नहीं हो सका।अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रतिदिन लगभग 450 करोड रुपए का लेन देन प्रभावित होगा। यहां तक की एटीएम में कैश रिफिल भी नहीं किया गया है।
साथ ही आरटीजीएस, चेक क्लीयरिंग सहित अन्य बैंकिंग सेवाओं का लोग फायदा नहीं उठा सके। कैश निकलने को लेकर लोग थोड़ा परेशान हुए। हालांकि बैंक प्रबंधन के मुताबिक एटीएम में बुधवार को ही कैश जमा कर दिया था। उधर शुक्रवार को बैंक मुख्यालयों के सामने अधिकारी कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे। बैंक एसोसिएशन के मुताबिक इंदौर जिले के करीब डेढ़ हजार से ज्यादा अधिकारी- कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए हैं। गुरुवार को गांधी हॉल पर बैंक अधिकारी व कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की प्रदर्शन कर रहे। बैंक कर्मियों ने निजीकरण का विरोध किया। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले दो दिवसीय हड़ताल की गई । प्रदर्शन के बाद बैंककर्मियों ने रीगल चौराहे से संभाग आयुक्त कार्यालय तक रैली निकाली । जहां उन्होंने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। फोरम के संयोजक मोहन कृष्ण शुक्ला ने कहा कि 16 और 17 दिसंबर को देशव्यापी हड़ताल की गई है इंदौर जिले की 671 में से 550 शाखाएं बंद है । निजीकरण के विरोध में बैंककर्मी हड़ताल में शामिल हुए हैं। वे बताते हैं कि हड़ताल के दूसरे दिन शहर भर में अलग-अलग बैंक परिसर के सामने प्रदर्शन किए जाएंगे।
इंदौर
हड़ताल से बैंकों में कामकाज ठप
- 17 Dec 2021