इंदौर। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा ज्यादातर बागियों को मनाने में सफल रहे हैं, लेकिन जो नहीं माने, उनसे दोनों दलों को चुनाव में बड़ा खतरा बरकरार है। बागियों को मनाने के लिए भाजपा ने नेताओं को घर भेजा, दिल्ली से फोन भी करवाए। कांगे्रस ने भी दिल्ली बात करवाई। इसके बाद भी बागी नहीं माने। भाजपा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान को नहीं मना पाई। वे बुरहानपुर से निर्दलीय मैदान में है। इससे भाजपा प्रत्याशी अर्चना चिटनीस को सीधा खतरा दिखाई दे रहा है। इसी तरह आलोट सीट से कांग्रेस पूर्व सांसद प्रेमचंद्र गुड्डू को नहीं मना पाई। जबकि कांगे्रस ने सांवेर से गुड्डू की बेटी रानी बौरासी को ही टिकट दिया है।
भाजपा ने नामांकन दाखिले की प्रक्रिया पूरी होते ही बागियों को मनाने का काम मिशन मोड में किया। पार्टी ने संभागवार नेताओं को दायित्व सौंपे और उन्हें बागी नेताओं को मनाने के लिए उनके घर भेजा। जरूरत पडऩे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा से लेकर केंद्रीय नेतृत्व से भी चर्चा कराई। परिणाम यह रहा कि भाजपा अधिकांश बागियों को मनाने में सफल हो गई है। इसी तरह कांगे्रस में भी बागियों को मनाने की पूरी कोशिश की गई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला से लेकर राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी से भी संपर्क कराया। बताया गया कि कुछ नेताओं को सरकार बनने पर एडजस्ट करने का आश्वासन भी दिया गया।
कांग्रेस के बागी
महू से अंतर सिंह दरबार, सिवनी- मालवा से ओपी रघुवंशी, आलोट से प्रेमचंद्र गुड्डू, आलोट से प्रहलाद वर्मा, गोटेगांव से शेखर चौधरी, भोपाल उत्तर से आमिर अकील, मल्हारगढ़ से श्यामलाल, जावद से राजकुमार अहीर, धार से कुलदीप बुंदेला बागी हैं। इसी तरह सुमावली सीट से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी कुलदीप सिकरवार बसपा से चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि बड़्रनगर से पूर्व प्रत्याशी राजेन्द्र सिंह सोलंकी निर्दलीय चुनाव मैदान में है। पोहरी से प्रद्युम्र सिंह कांगे्रस के खिलाफ बसपा से चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा के बागी
निमाड़ी से राम कुशवाह, टीकमगढ़ से केके श्रीवास्तव पूर्व विधायक, मल्हारगढ़ से बसंतीलाल मालवीय, जावद से पूरनमल अहीर, छतरपुर से प्रकाश पांडे और महाराजपुर से कमलेश कुशवाह ने पार्टी छोड़ दी है। जोवट से माधो सिंह दरबार, धार से राजीव यादव निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। अन्य सीटों पर भी बागी मैदान में डटे हैं।
इंदौर
हर बागी के घर पहुंची भाजपा, कांग्रेस ने दिल्ली से फोन भी करवाए ......
- 04 Nov 2023