नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में खराब मौसम के चलते लैंडस्लाइट जैसी प्राकृतिक आपदाओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसी घटनाओं में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। पूरे राज्य में लैंडस्लाइड की कई घटनाएं देखने को मिल रही हैं। चंडीगढ़-मनाली हाईवे भी लैंडस्लाइड की घटना को देखते हुए यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। मनाली और कुल्लू के बीच मंडी में हुए भूस्खलन के कारण हाईवे को बंद कर दिया गया है। हालांकि रास्ता बहाल करने का काम लगातार जारी है।
हिमाचल प्रदेश में लगातार प्राकृतिक आपदाओं का दौर जारी है जिसमें लगातार कई लोगों की जानें जा रही हैं। खराब मौसम के कारण हुआ लैंडस्लाइड हो या फिर सड़क दुर्घटनाएं, राज्य में आपदा और एक्सीडेंट से मरने वालों की संख्या सैंकड़ों में है। हिमाचल प्रदेश में 13 जून से अब तक प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं के कारण 187 लोगों की जान चली गई और चार लोग लापता हो गए। वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी है कि राज्य में रविवार तक 401 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हो चुका है। इसके अलावा 13 जून से अब तक कुल 381 जानवरों की भी मौत हुई है।
एएनआई से बात करते हुए, हिमाचल प्रदेश के निदेशक-सह विशेष सचिव (राजस्व-आपदा प्रबंधन) सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि बटसेरी और छितकुल क्षेत्र सहित 28 सड़कें भी बंद हैं। किन्नौर जिला प्रशासन के उपायुक्त के अनुसार, किन्नौर जिले के छितकुल क्षेत्र में लगभग 90 पर्यटक फंसे हुए हैं क्योंकि सड़कों की मरम्मत का काम पूरा नहीं हो सका, क्षेत्र में लगातार पत्थरों को खिसकाना जारी है जिससे काम पूरा नहीं हो सका।
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