इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) में नान सीईटी और सीईटी के जरिए विद्यार्थियों को प्रवेश दिए जाएंगे। संक्रमण को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन इस साल भी विद्यार्थियों को तुरंत होस्टल आवंटित नहीं करेंगा। अधिकारियो के मुताबिक उच्च शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन की होस्टल को लेकर गाइडलाइन आने के बाद होस्टल में छात्र-छात्राओं को ठहरा सकेंगे। इसके लिए सितंबर तक विद्यार्थियों को इंतजार करना पड़ेगा। वैसे प्रवेश के वक्त विद्यार्थियों से होस्टल के लिए आवेदन स्वीकारें जाएंगे। ताकि आवंटन के दौरान प्राथमिकता दे सके।
विश्वविद्यालय के विभागों में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के लिए चार बायज और पांच गल्र्स होस्टल की सुविधा है। आइईटी परिसर में दो नए होस्टल बने है। जहां 2500-2700 के बीच विद्यार्थियों को ठहराया जा सकता है, जिसमें फस्र्ट से लेकर फाइनल ईयर वाले छात्र-छात्राओं के लिए होस्टल की सीट आरक्षित रखी है। पिछले साल से संक्रमण की वजह से यूटीडी में आनलाइन कक्षाएं चल रही है। इसे विद्यार्थी विश्वविद्यालय में नहीं पहुंचे हैं। इसे होस्टल खाली पड़े हुए है।
तीसरी लहर की आशंका के चलते चिंता
दूसरी लहर के बाद अब सितंबर में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। इस वजह से अभी तक शैक्षणिक संस्थानों में आफलाइन कक्षाओं को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। अधिकारियों के मुताबिक गाइडलाइन आने के बाद ही होस्टल में व्यवस्था की जाएगी। उसके आधार पर विद्यार्थियों को ठहराया जा सके। इसलिए प्रवेश के दौरान छात्र-छात्राओं से आवेदन लेंगे। मगर होस्टल के रूम बाद में आवंटित किए जाएंगे। प्रभारी रजिस्ट्रार अनिल शर्मा ने बताया कि होस्टल के संबंध में जैसी ही गाइडलाइन आएगी। वैसे ही जानकारी विद्यार्थियों को देंगे। हालांकि सितंबर तक नए नियम आ सकते है।
इंदौर
होस्टल के लिए विद्यार्थियों को करना होगा महीनेभर का इंतजार
- 07 Jul 2021