गुरुग्राम. गुरुग्राम में ठगी का अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक बड़े कपड़ा व्यापारी के साथ 2.45 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. ठगों ने व्यापारी को 100 करोड़ रुपये का लोन दिलाने के नाम पर यह फ्रॉड किया गया.
दरअसल, सुधीर ढींगरा अपनी 4 दशक पुरानी ओरिएंट क्राफ्ट लिमिटेड कंपनी चलाते हैं. ढींगरा ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कंपनी वित्तीय संकट का सामना कर रही है. ऐसे में वे ब्याज पर पैसे उधार लेने के लिए फाइनेंसरों की तलाश कर रहे थे.
25 मई को उन्होंने दिल्ली से किसी तरुण ने कॉल किया और कहा कि वह विक्रम नाम के एक व्यक्ति को जानता है, जो हरियाणा में फाइनेंसर के रूप में काम करता है. जब ढींगरा ने विक्रम को फोन किया, तो उसने उसे बताया कि वह नितिन गर्ग नाम के व्यक्ति को जानता है, जिसके हैदराबाद में कुछ फाइनेंसरों के साथ अच्छे संबंध हैं और वह उसे ब्याज पर पैसे दिलाने में मदद कर सकता है.
सुधीर ढींगरा ने शिकायत में बताया, 27 मई को तरुण और विक्रम मेरे ऑफिस में आए और उन्हें 6% सालाना पर 100 करोड़ रुपये के लोन की पेशकश की. अगले दिन मैंने सभी जरूरी दस्तावेज नितिन गर्ग को दिए. इसके बाद नितिन ने फाइनेंसर से मीटिंग के लिए ढींगरा को हैदराबाद बुलाया.
ढींगरा ने बताया कि वह 31 मई को हैदराबाद गए, जहां विक्रम और नितिन ने उन्हें श्रीनिवास कंडेला से मिलवाया, जिन्हें फाइनेंसर के प्रतिनिधि के रूप में बताया गया. बैठक में तय हुआ कि सुधीर ढींगरा को दो लोन मिलेंगे. 2.5 करोड़ रुपये का पहला लोन उसी दिन मिलेगा. इसका भुगतान करने के बाद उसे 40 करोड़ रुपये का लोन दिया जाएगा.
ढींगरा के मुताबिक, पहला लोन 9 जून को 6% ब्याज पर मिलना था. उन्हें 5-7 साल की अवधि के लिए 40 करोड़ रुपये का दूसरा ऋण देने का वादा किया गया था और ब्याज 6 प्रतिशत की दर से तिमाही भुगतान किया जाना था. समझौते के तहत पहले लोन के भुगतान के समय, ढींगरा को अग्रिम ब्याज के रूप में 2.50 करोड़ रुपये का भुगतान करना था, जिसे दूसरे लोन के ब्याज में एडजस्ट किया जाना था.
सुधीर ढींगरा ने बताया कि वह इस ऑफर पर तैयार हो गया. 3 जून को श्रीनिवास कंडेला तरुण, नितिन और विक्रम के साथ दिल्ली में मेरे ऑफिस आए. लोन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हुए. इसके बाद 6 जून को सुधीर के खाते में 2,25,00,023 रुपये आ गए.
सुधीर ने बताया कि वादे के मुताबिक, 15 जून को वह फिर हैदराबाद गए. उस वक्त मीटिंग में 5 लोग मौजूद थे. समझौते के तहत उसने आरोपियों के खाते में 4.7 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए. उससे वादा किया गया कि पहले लोन को चुकाने के 15-20 मिनट बाद उसके खाते में 40 करोड़ रुपये ट्रांसफर किया जाएगा. आरोपियों ने सुधीर से 15-20 इंतजार करने को कहा. इसके बाद आरोपी वहां से चले और फिर वापस नहीं आए.
पुलिस ने कहा कि उनकी शिकायत के बाद बुधवार को सदर पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई.
साभार आज तक
दिल्ली
100 करोड़ लोन दिलाने के नाम व्यापारी से 2.5 करोड़ ठगे
- 29 Sep 2023