इंदौर। खजराना क्षेत्र में करीब 11 माह पहले पकड़ाए नकली घी के कारोबारी अशरफ अली से जब्त नमूनों की जांच रिपोर्ट अब जाकर आई है। यह कारोबारी मध्यप्रदेश और गुजरात के सहकारिता उपक्रम सांची और अमूल के नाम से नकली घी बनाता था। जांच में घी के नमूने अमानक और घटिया स्तर के पाए गए। इन नमूनों में घी की जगह वनस्पति और सोयाबीन का तेल पाया गया।
आरोपी के खिलाफ खजराना थाने में भी मुकदमा दर्ज है। पुलिस लंबे समय से मामले की जांच कर रही है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। अब रिपोर्ट आने के बाद यह प्रकरण अपर कलेक्टर कोर्ट में सुनवाई के लिए रखा जाएगा। आरोपित पर जुर्माना लगाया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि खाद्य और औषधि प्रशासन की टीम को जानकारी मिली थी कि खजराना क्षेत्र में अशरफ अली नाम का व्यक्ति वनस्पति और सोयाबीन तेल से घी बनाता है। यही नहीं वह घी की पैकिंग सांची, अमूल और अन्य नामी कंपनियों के नाम से करता था।
इस तरह वह नामी कंपनियों के ब्रांड का फायदा उठाकर और उपभोक्ताओं को धोखे में रखकर नकली घी का कारोबार करता था। वह अपना माल ऐसी जगहों पर बेचता था, जहां उसके पकड़े जाने का खतरा न हो। इसके बावजूद अशरफ के कारनामों की पोल सामने आ गई। तेल से बने घी में सुगंध के लिए कुछ अन्य द्रव्य भी मिलाए जाते थे। इस तरह का घी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इंदौर में नकली घी बनाने वाले पहले भी पकड़े गए थे लेकिन इसके बाद भी नकली घी बनाने वाले अपने धंधे से बाज नहीं आए। नकली घी बनाने वाले अपने माल को ऐसी जगह चलाते हैं, जहां एक साथ, एक ही बार में अधिक घी की जरूरत पड़ती है। साथ ही जो लोग ब्रांड को पहचानने में भूल करते हैं वे इसे खरीद लेते है।
इंदौर
11 माह बाद आई जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा, सांची और अमूल के नाम से बनाता था नकली घी
- 10 Aug 2021