भोपाल। मध्य प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तीन चरणों में होने हैं। इसके लिए 71 हजार 643 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदान मतपत्र के माध्यम से होगा। 500 मतदाता होने पर प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक बड़ी मतपेटी, 501 से 700 मतदाता होने पर एक बड़ी तथा एक छोटी मतपेटी और सात सौ अधिक मतदाता होने पर दो बड़ी मतपेटी की व्यवस्था रहेगी। मतदाता की संख्या के आधार पर मतपेटियों की चरणवार आवश्यकता का आकलन करने पर 14 जिले ऐसे चिह्नित किए गए हैं, जहां अभी मतपेटियां कम हैं। इन जिलों में पड़ोस के जिले से आपूर्ति करने के निर्देश कलेक्टरों को दिए गए हैं। जिलों में 58 हजार 254 बड़ी और 44 हजार 758 छोटी मतपेटियां उपलब्ध हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राकेश सिंह ने बताया कि धार, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, सीधी, उमरिया, अनूपपुर और कटनी में मतदाताओं की संख्या के आधार पर मतपेटियों की कमी सामने आई है। इन जिलों को मतपेटियों की आपूर्ति पड़ोस के जिलों से करने के निर्देश दिए हैं। मतदान की तारीखें इस तरह से तय की गई हैं कि प्रथम चरण के लिए उपयोग में लाई गई मतपेटी को द्वितीय चरण और द्वितीय चरण के लिए उपयोग में लाई गई मतपेटी का तृतीय चरण में भी उपयोग किया जाएगा। किसी एक चरण में सम्मिलित किए गए विकासखंडों में मतदान एवं मतगणना के बाद उन विकासखंडों में उपयोग में लाई गई मतपेटियों को अगले चरण में सम्मिलित विकासखंडों में मतदान के लिए भेजा जाएगा।
मतपेटियों को जिले के भीतर एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिए कलेक्टरों को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए पर्याप्त वाहनों की व्यवस्था भी रखी जाएगी। मतदान केंद्र की आकस्मिक आवश्यकता के मद्देनजर प्रत्येक जोनल व सेक्टर अधिकारियों को बड़ी और छोटी मतपेटियां दी जाएंगी। साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि किसी जिले में मतपेटियों की कमी लगती है तो दो दिन में अतिरिक्त मतपेटी की मांग के बारे में आयोग को बताया जाए। प्रथम चरण में 27 हजार 49 , दूसरे चरण में 23 हजार 988 और तीसरे चरण में 20 हजार 606 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा।
भोपाल
14 जिलों में मतपेटियां कम, पड़ोस के जिलों से लाएंगे
- 11 Jun 2022