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जबलपुर

15 लाख देने तैयार थे पिता, फिर भी नहीं बचा पाए बेटे की जान

  • 09 Mar 2022

जबलपुर। शांतिनगर गोसलपुर निवासी मलखान सिंह 15 लाख रुपये देने के लिए तैयार थे, फिर भी एकलौते बेटे राहुल उर्फ गोलू ठाकुर 25 वर्ष को नहीं बचा पाए। अपहरणकर्ताओं में उसकी हत्या कर शव को ठिकाने लगा दिया था। कंकलनुमा शव मंगलवार रात शांतिनगर से दो किलोमीटर दूर हृदयनगर में झाडिय़ों के भीतर मिला। क्षत विक्षत हो जाने के कारण शव की पहचान मुश्किल से हो पाई। स्वजन ने मौके से मिले कपड़े-जूतों से उसकी पहचान की। जिसके बाद वो रोने बिलखने लगे।
शव मिलने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, एसडीओपी सिहोरा प्रभात शुक्ला समेत तमाम अधिकारी बल सहित मौके पर पहुँचे। जिस जगह शव मिला है, पुलिस वहां ड्रोन कैमरे घुमा चुकी थी। परंतु खोहनुमा जगह होने के कारण कैमरे की नजर वहां तक नहीं पहुँच पाई थी। इधर संभावना जताई जा रही है कि गोलू की हत्या अपहरण के कुछ देर बाद ही कर दी गई थी।
विदित हो कि बुधवार दो मार्च को शाम करीब सात बजे राहुल शांतिनगर से लापता हो गया था। कुछ देर बाद 7:45 बजे राहुल के मोबाइल से मलखान को फोन किया गया। फ़ोन करने वाला अपहरणकर्ता था। जिसने राहुल का अपहरण करने की जानकारी देकर 15 लाख रुपये फिरौती मांगी। मलखान बिना देर किए रकम देने के लिए तैयार हो गए। परंतु अपहरणकर्ता ने बाद में समय व ठिकाना बताने की बात कहकर फोन बंद कर लिया। तभी से राहुल का मोबाइल स्विच आफ था। एसपी के निर्देश पर 100 से ज्यादा जवान और तमाम अधिकारी गोलू की तलाश में जुटे थे। डाग स्काड, ड्रोन कैमरे को भी मदद ली गई। परंतु अपहरणकर्ता पुलिस से बचते रहे। बताया जाता है कि पुलिस ने कुछ संदेहियों को हिरासत में लिया है। जिसके बाद गोलू की मौत का पता चला और पुलिस शव तक पहुँच पाई। मलखान सिंह रेत के कारोबार से जुड़े हैं।
बकरी चराने वाले ने देखा था शव
 इधर, बताया जा रहा है कि बकरी चराने वाले एक युवक ने सबसे पहले शव को देखा था। जो भय की वजह से कई घंटे बाद लोगों को बता पाया। पुलिस टीम हृदयनगर के पास खदान के पास दुर्गम रास्ते पर पहुँची। जहां खोहनुमा जगह पर गोलू का शव पड़ा मिला। जंगली जानवर शव को नोंच खाए थे। पुलिस महानिरीक्षक उमेश जोगा में गोलू का शव मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।