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18 जिलों में बारिश, भोपाल समेत 36 जिलों में हैवी रेन का अलर्ट

  • 15 Sep 2023

भोपाल। बंगाल की खाड़ी से उठे सिस्टम और साइकोनिक सकुर्लेशन की वजह से मध्यप्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर समेत प्रदेश के 18 जिलों में बारिश हुई। सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक खंडवा में सबसे ज्यादा 45 मिमी यानी 1.77 इंच पानी गिरा। वहीं, खरगोन में एक इंच बारिश हुई। मलाजखंड में एक इंच जबकि जबलपुर, नौगांव, नरसिंहपुर में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। भोपाल, इंदौर, खजुराहो, सागर, रायसेन, ग्वालियर, गुना, उज्जैन, मंडला, धार, नर्मदापुरम, पचमढ़ी और बैतूल में भी कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई।
मौसम विभाग ने शुक्रवार सुबह 8 बजे तक भोपाल, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के 36 जिलों में कहीं मध्यम से भारी तो कहीं भारी से अति भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। विभाग के मुताबिक, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल और बुरहानपुर में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश हो सकती है।
सतना, डिंडौरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, विदिशा, सीहोर, भोपाल, राजगढ़, हरदा, खंडवा, खरगोन, उज्जैन, देवास, आगर, मंदसौर, गुना, शिवपुरी और श्योपुरकलां में कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
रीवा, सिंगरौली, सीधी, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, शाजापुर, नीमच, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड और मुरैना में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
 कोटे का 67% पानी गिर चुका-
मध्यप्रदेश में पिछले 13 दिन में पूरे सितंबर के कोटे का 67% पानी गिर चुका है। 6.22 इंच औसत बारिश के मुकाबले अब तक 4 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। 24 सितंबर तक प्रदेश में बारिश होने का अनुमान है। बुधवार को बंगाल की खाड़ी से नया सिस्टम एक्टिव हुआ है। सिस्टम स्ट्रॉन्ग होने से प्रदेश के 90% हिस्से में मध्यम से भारी बारिश होने के आसार हैं।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 19-20 सितंबर से एक और साइक्लोनिक सकुर्लेशन बनेगा। इसके असर से 21 से 24 सितंबर तक पूरे प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश होगी।
इस सीजन में तवा डैम के गेट दूसरी बार खोलने पड़े-
नर्मदापुरम में इस सीजन में तवा बांध के गेट दूसरी बार खोलना पड़े हैं। बांध का जलस्तर अपने अधिकतम लेवल 1166 फीट को पार कर गया है यानी 17 दिन पहले यह लबालब हो गया। बुधवार शाम 7 बजे बांध के 5 गेट चार-चार फीट की ऊंचाई पर खोले गए। 6 घंटे बाद रात 1 बजे पांचों गेट को 3-3 फीट खोलकर 26785 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। गुरुवार सुबह 9 बजे सभी गेट बंद कर दिए गए। इससे पहले 19 अगस्त को बांध के गेट खोले गए थे।
ओवरआॅल 12% बारिश कम-
प्रदेश में औसत 30.42 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 1 जून से 13 सितंबर तक 34.65 इंच होनी चाहिए थी। जुलाई के बाद अगस्त में सूखा रहने से ओवरआॅल बारिश का आंकड़ा 12% कम है। हालांकि, सितंबर में मानसून अच्छा बरस रहा है।