भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में मानसून शिफ्ट हो गया है। इससे यहां अगले दो-तीन दिन तक तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। सोमवार को प्रदेश के 9 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट है। इनमें सिंगरौली, सतना, डिंडोरी, कटनी, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना और छतरपुर शामिल हैं। यहां 24 घंटे में 8 इंच से ज्यादा बारिश हो सकती है। वहीं, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सागर समेत 19 जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
प्रदेश में अभी तीन सिस्टम एक्टिव हैं, जो प्रदेश को भिगो रहे हैं। सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। ट्रफ लाइन और साइकोनिक सकुर्लेशन सिस्टम एक्टिव होने से ऐसा हो रहा है। मध्यप्रदेश के कई इलाकों में हो रही बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए। सागर में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। निचले इलाकों में पानी भर गया। नर्मदा, शिवना, क्षिप्रा, ताप्ती, बेतवा और रायसेन की बीना समेत कई नदियां का जलस्तर बढ़ गया है। टीकमगढ़ में धसान नदी पर बने बान-सुजारा बांध के गेट खोल कर पानी छोड़ा गया। वहीं, बैतूल के सारणी में सतपुड़ा बांध के पांच गेट खोलने पड़े।देवास जिले के नेमावर थाने पर पदस्थ टीआई राजाराम वास्कले की रविवार को नदी में डूबने से मौत हो गई। भोपाल समेत कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल में सुबह से बूंदाबांदी होती रही। शाम को 4 बजे के बाद तेज बारिश शुरू हो गई। देर रात तक प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर चलता रहा।
भोपाल के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 1 जून से अब तक 14% बारिश ज्यादा हो चुकी है। पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से 9% अधिक और पश्चिमी मध्यप्रदेश में औसत से 20% अधिक बारिश हो चुकी है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश
सबसे ज्यादा बारिश सिवनी में करीब 22 इंच हो चुकी है। नरसिंहपुर में 20 इंच बारिश हुई है। छिंदवाड़ा, मंडला, सागर, इंदौर में आंकड़ा 16 इंच से ज्यादा है।
अनूपपुर, बालाघाट, डिंडोरी, जबलपुर, निवाड़ी, कटनी, पन्ना, शहडोल, उमरिया, बैतूल, भिंड, बुरहानपुर, देवास, हरदा, नीमच, रायसेन, रतलाम, सीहोर, शाजापुर, श्योपुरकलां, शिवपुरी, उज्जैन और विदिशा में 12 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
यहां सबसे कम बारिश
खरगोन, खंडवा, रीवा और सतना में अब तक कम बारिश दर्ज की गई है। यहां आंकड़ा 8 इंच भी नहीं पहुंच सकता है। सबसे कम खरगोन में 6 इंच बारिश हुई है।
राज्य
19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, प्रदेश में तीन सिस्टम एक्टिव, सागर में बाढ़ जैसी स्थिति
- 17 Jul 2023