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भोपाल

2 टन वजनी हांडी में पकी 3700 किलो खिचड़ी

  • 28 Apr 2023

प्रसाद के रूप में 15 हजार श्रद्धालुओं को परोसी; वल्र्ड रिकॉर्ड के लिए कराई वीडियोग्राफी
भोपाल। भोपाल में एक अनोखे आयोजन में दो टन वजनी लोहे की हांडी में 3700 किलोग्राम खिचड़ी पकाई गई। जो प्रसाद के रूप में 15 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं को परोसी गई। खिचड़ी को पकाने में करीब 6 घंटे लगे। इसमें 3 क्विंटल 80 किलो सब्जी, 350 किलो चावल और 60 किलो दाल का उपयोग किया गया है। इसमें करीब 5 लाख रुपए का खर्च आया। खिचड़ी बनने, उसे तौलने और फिर श्रद्धालुओं में बांटने तक की वीडियोग्राफी कराई गई, ताकि इसे गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड के लिए भेजा जा सके।
एक साथ 3700 किलो खिचड़ी पकाने का ये आयोजन गुरुवार को भोपाल के अवधपुरी क्षेत्र के सांई मंदिर में हुआ। आयोजक रमेश कुमार महाजन मंदिर में संस्थापक है। वे भेल  में 37 साल की सर्विस के बाद 24 अप्रैल को टेक्नीशियन ग्रेड-1 पद से रिटायर हुए हैं। उन्होंने 3700 किलोग्राम खिचड़ी बनवाने का संकल्प लिया। जिसे 27 अप्रैल को पूरा किया।
एक्सपर्ट पैनल ने गुणवत्ता भी देखी-
इस मौके पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी डीके दुबे, भोजराज सिंह धाकड़, नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर गुणवंत सेवंथकर, एनसीसी कमांडेंट योगेशकुमार सिंह, पशुपालन विभाग के एडिशनल डिप्टी डायरेक्टर भगवानदास मंगलानी और एनएचडीसी महाप्रबंधक पीके सक्सेना मौजूद रहे। अफसरों के सामने खिचड़ी का वजन और उसकी गुणवत्ता प्रमाणित की गई। इसके बाद श्रद्धालुओं को खिचड़ी वितरित करने का काम किया गया। पहली बार जिस भगोने का वजन किया गया, उसमें 125 किलो खिचड़ी निकली। इसी हिसाब से आगे भी वजन किया गया।
24 घंटे की वीडियो रिकॉर्डिंग, यही रिकॉर्ड का सबूत बनेगी-
श्रद्धालु कमलेश नागपुरे और पुष्पराज रघुवंशी ने बताया कि बुधवार रात से खिचड़ी पकाने को लेकर तैयारी शुरू कर दी थी। गुरुवार सुबह तैयारी पूरी कर ली गई। सुबह 11 बजे से खिचड़ी पकाने का काम शुरू कर दिया गया, जो शाम 4 बजे से पहले पूरा हो गया। इसके बाद एक्सपर्ट की टीम के सामने खिचड़ी का वजन और गुणवत्ता की जांच की गई। पूरे आयोजन की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई, जो गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड के लिए भेजी जाएगी। यह रिकॉर्डिंग खिचड़ी पकाने की शुरूआत से आखिरी तक चली।