रिटायर्ड आर्मी मैन बोले-13 मिनट में 8 कॉल किए; पुलिस बोली-पहुंच रहे हैं
भोपाल्। वो पल कभी नहीं भूल सकते। रात 2 बजे नकाबपोश बदमाशों ने गेट खटखटाया। मैंने पूछा- कौन हो। बोले- हम लुटेरे हैं, लूटने आए हैं। लहजे से लग रहा था कि दोनों बिहार से हैं। करीब 20 मिनट तक मैं और मेरा बेटा दहशत में रहे। हर पल मौत का डर सता रहा था। 13 मिनट के भीतर पुलिस को 8 कॉल किए। हर बार जवाब मिला- बस पहुंच ही रहे हैं। इस बीच डकैतों ने घर छान मारा। मिनटों में वे 20 हजार नकद, कम्प्यूटर हार्ड डिस्क, 5-6 लाख का सोना, चांदी के सिक्के और 3 बाइक ले जा चुके थे।
यह कहना है भोपाल के 78 वर्षीय रिटायर्ड आर्मी मैन राम प्रकाश विरमानी का। उनके घर से सोमवार-मंगलवार रात डकैत करीब सात लाख के गहने, नकदी और अन्य सामान ले गए।
राम प्रकाश विरमानी बोले- मैं ड्राइंग रूम में सोया था। किसी ने गेट खटखटाया। मैंने पूछा- कौन हो। बोले- गेट खोलो अंकल, हम लुटेरे हैं, लूटने आए हैं। मैं डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आॅर्गनाइजेशन में पदस्थ रहा हूं। मुझे हमला करने और डिफेंस करने की ट्रेनिंग मिली थी। सैनिक होने के नाते मैंने बदमाशों से लोहा लेने का फैसला लिया।
पुलिसकर्मी हर बार आश्वासन देते रहे। कहते रहे- हम बेहद करीब हैं। आखिरी कॉल किया तो पुलिसवाले ने बताया कि हमें आपकी कॉलोनी से तीन बाइक सवार भागते दिखे हैं। लग रहा है कि आपके घर घुसे डकैत भाग गए हैं। हम उनका पीछा करने जा रहे हैं। फिलहाल, हम आपके घर नहीं आ सकते। आप बाहर निकल आओ। अब कोई खतरा नहीं है। इस समय करीब 2:20 बजे थे। मैं डरा हुआ था। मैंने कहा कि हम नहीं निकलेंगे। पहले घर आइए। इसके करीब आधे घंटे बाद पुलिस घर आई।
भोपाल
20 मिनट दहशत में रहे डकैतों से घिरे पिता-पुत्र
- 17 Nov 2023