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जबलपुर

24 घंटे इलाज का बिल 90 हजार रुपए

  • 04 Oct 2021

जबलपुर। जबलपुर में निजी अस्पताल ने 24 घंटे इलाज का बिल 90 हजार रुपए बना दिया। मरीज की हालत बिगडऩे पर उसे मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। अस्पताल के बिल की शिकायत परिजनों ने कलेक्टर केयर बाय पर की। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने ष्टरू॥ह्र रत्नेश कुरारिया को मामले को देखने के लिए कहा। ष्टरू॥ह्र ने नोडल अधिकारी डॉ. प्रियंक दुबे को मौके पर भेजा। अस्पताल पर कार्रवाई का डर दिखाया, तो बिल में 60 हजार कम कर दिए। हॉस्पिटल का खर्च 14 हजार, दवा और जांच पर खर्च 16 हजार रुपए ही सही मिले। अस्पताल ने 24 घंटे की जगह अस्पताल, डॉक्टर के विजिटिंग और वेंटिलेटर का खर्च ही 60 हजार रुपए बताया था। यह बिल दो दिन का था।
नरसिंहपुर जिले के गाडऱवारा से इलाज के लिए माढ़ोताल स्थित संस्कारधानी हॉस्पिटल में ललित सराठे (20) को परिजनों ने शनिवार शाम भर्ती कराया था। वे पायोजेनिक मेनिनजाइटिस नाम की बीमारी से ग्रसित हैं। अस्पताल पहुंचते ही उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। हालत बिगडऩे पर रविवार को अस्पताल प्रबंधन ने मेडिकल कॉलेज रेफर करते हुए 90 हजार रुपए का बिल थमा दिया। 24 घंटे से भी कम समय का भारी भरकम बिल देखकर परिजन भी हैरान रह गए। परिजनों ने आर्थिक हालात का हवाला देते हुए बिल कम करने की मिन्नतें तक कीं, लेकिन अस्पताल प्रबंधन बिल कम करने को राजी नहीं था।
केयर बाय कलेक्टर नंबर पर की शिकायत
परिजनों को परेशान देखकर किसी ने उन्हें केयर बाय कलेक्टर सोशल मीडिया का नंबर 75879 70500 दिया। परिजनों ने इस नंबर पर मरीज के बारे में विवरण देते हुए मदद के लिए मैसेज भेजा। कलेक्टर और ष्टरू॥ह्र के निर्देश के बाद डॉ. प्रियंक दुबे हॉस्पिटल पहुंचे और मरीज के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद इलाज संबंधी अस्पताल के सभी दस्तावेजों की जांच की।