पटना। बिहार के छह जिलों में वज्रपात से 11 लोगों की मौत हो गई। इनमें 10 की मौत गुरुवार दोपहर बाद हुई बारिश के दौरान ठनका गिरने से, जबकि एक की मौत बुधवार रात हुई। मृतकों में मधेपुरा के चार लोग, सहरसा की युवती, पूर्णिया का अधेड़ के अलावा जमुई के तीन व कैमूर व अररिया के एक-एक शामिल है। घटना को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने शोक जताया है और मृतक के आश्रितों के लिए चार-चार लाख मुआवजे की घोषणा की गई है।
मधेपुरा सबसे ज्यादा चार लोगों की मौत हो गई। जिले के मुरलीगंज थाने की रामपुर पंचायत निवासी गीता देवी (35), जयमाला देवी समेत अन्य महिलाएं धान की रोपनी करने गई थी। इसी दौरान ठनका गिराने से इन दोनों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य महिलाएं डर से बेहोश हो गईं। उधर, परमानपुर ओपी क्षेत्र की बरदाहा पंचायत में खखर तांती की पत्नी मीणा देवी (40) की वज्रपात से जान चली गई। सहरसा जिले में वज्रपात ने कहर मचाया। जिले के बरियाही पंचायत निवासी खुशबु कुमारी अचानक हुए वज्रपात से मौत हो गई, जबकि उसकी मां गंभीर रूप से झुलस गई। ठनका गिरने से जख्मी और बेहोश हुई महिलाओं का इलाज कराया जा रहा है।
उधर, पूर्णिया के अमौर प्रखंड में हबेबुल (56) की वज्रपात से मौत हो गयी। मौत से उनके परिवार में मातम पसर गया। ग्रामीणों की और से उनके आश्रितों के लिए मुआवजा की मांग की गयी। जमुई के चकाई के बरमोरिया गांव में मनोराम मरांडी के पुत्र अमित मरांडी (14)की जान चली गई। उधर, बुधवार की रात कैमूर के बेलांव से मुर्गा दुकान बंद कर ने गांव लौटने के दौरान ठनका से मोइनुद्दनी शेख की मौत हो गई। वह भोरेयां गांव का निवासी था।
साभार लाइव हिन्दुस्तान
पटना
24 घंटे में 11 की वज्रपात से गई जान
- 14 Jul 2023