भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में हर साल भारत में 'गुड गवर्नेंस डे' मनाया जाता है. यह दिन पूरी तरह से पूर्व पीएम अटल विहारी वाजपेयी को समर्पित होता है. अटल विहारी वाजपेयी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे, जिन्होंने भारत को शिखर तक पहुंचाया. बता दें कि साल 2014 में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्गीय अटल विहारी वाजपेयी के सम्मान में हर साल 25 दिसंबर को 'गुड गवर्नेंस डे' मनाने की घोषणा की थी.
भारत सरकार द्वारा यह घोषित किया गया कि हर साल 25 दिसंबर (गुड गवर्नेंस डे) को पूरे दिन काम किया जाएगा. स्वर्गीय अटल विहारी वाजपेयी के कार्यकाल में बहुत से ऐसे काम हुए, जिनकी वजह से उन्हें हमेशा याद किया जाता है. भारत सरकार ने उनके मरने के बाद यह घोषणा की कि हर साल 25 दिसंबर को 'गुड गवर्नेंस डे' मनाकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जाएगी.
गुड गवर्नेंस डे पर याद किए जाते हैं पूर्व पीएम
गुड गवर्नेंस डे के अवसर पर लोग अटल विहारी वाजपेयी को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं. इस दिन उन्हें याद कर उनके द्वारा किए गए कामों के बारे में बात की जाती है. अलग-अलग जगहों पर सेमिनार का आयोजन भी होता है. सेमिनार के जरिए लोग उनके द्वारा किए गए कामों के बारे में विस्तार से जानते हैं. बता दें कि साल 2018 में पूर्व पीएम का निधन हो गया था.
पूर्व प्रधानमंत्री की जीवनी पर एक नज़र
पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था. वे तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने. वे साल 1996 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने. दूसरी बार वे साल 1998-99 में प्रधानमंत्री बने. इसके बाद वे तीसरी बार 13 अक्टूबर 1999 में देश के प्रधानमंत्री बने. गौरतलब है कि पूर्व पीएम अटल विहारी वाजपेयी संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी में भाषण देने वाले पहले नेता रहे हैं. इन्हें 27 मार्च 2015 को 'भारत रत्न' पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
credit- एबीपी न्यूज़
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25 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है 'गुड गवर्नेंस डे'
- 25 Dec 2020