ग्वालियर। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 3 सहालग में शादियों की सूरत बदल गई थी। शादियों में रस्में सीमित और छोटी रह गईं थीं, मेहमान कम हो गए थे, सिर्फ परिवार के नजदीकी रिश्तेदारों के बीच ही शादियां हो रहीं थीं। पिछले सहालग में स्थिति ठीक हुई तो 10 बजे तक ही बारातें निकालने की अनुमति थी।
ऐसे में शादियां सिर्फ उन्हीं लोगों ने की जो किसी मजबूरी की वजह से शादी नहीं टाल सकते थे, जो शादी टाल सकते थे उन्होंने शादी टाली और अब इस सहालग में टाली गई शादियां होना है। ऐसी स्थिति में अब फरवरी माह तक मुहूर्त कम हैं लेकिन शादियां ज्यादा संख्या में होगीं।
यह रस्में छोटी हुईं थीं, अब इनका समय बढ़ाया जाएगा
मार्च 2020 के बाद के सहालग में लॉकडाउन के कारण शादियां टालनी पड़ी थीं। इसके बाद के सहालग में 20 और 50 मेहमानों के की उपस्थिति में शादी की अनुमति मिली थी। लोगों ने घर या छोटे होटलों में शादी समारोह किए।
मार्च-अप्रैल में बारातें निकालने की अनुमति मिली थी लेकिन रात 10 बजे तक ही। मेहमानों की संख्या भी सीमित ही रही। इस सहालग में कोरोना की दूसरी लहर आई और लोगों ने शादी समारोह स्थगित किए।
कोरोना के कारण पैर पुजाई की रस्म 1 से 2 घंटे की जगह 15 से 20 मिनट में पूरी हो रही थी। वरमाला जैसी रस्म भी कम समय में पूरी हुई थी। अब इनका समय बढ़ेगा।
अप्रैल में स्थगित की गई शादी नवंबर में प्लान कर रहे
मेरी बेटी की शादी अप्रैल में होना थी लेकिन कोरोना की तीसरी लहर के कारण यह स्थगित कर दी थी। अब नवंबर माह में शादी कर रहे हैं। -अशोक शर्मा, पटेल नगर
शादी के लिए मैरिज गार्डन बुक करने आ रहे लोग मेहमानों की संख्या 300 से 400 ही रख रहे हैं। लेकिन इस सहालग में बुकिंग की संख्या बढ़ी है।- रवि चौबे, मैरिज गार्डन संचालक
जो अभिभावक कोरोना संक्रमण के कारण पिछले सहालगों में शादी नहीं कर रहे थे वह अब मुहूर्त निकलवाने के लिए आ रहे हैं। -पं. मनोज मिश्रा
ग्वालियर
3 साल बाद शादियों का बदलेगा दृश्य, कोरोना संक्रमण के कारण छोटी हुईं रस्में मूल रूप में आएंगी, बारातें भी निकलेंगी
- 23 Oct 2021