सभी 46 अस्पतालों को मिलेगी 50 फीसदी सबसिडी
इंदौर। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर अब जिला प्रशासन ने अपना ध्यान ऑक्सीजन प्लांट पर कर दिया है। दूसरी लहर में हुई फजीहत के बाद शहर के 46 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने हैं। इनमें सरकारी व प्राइवेट दोनों अस्पताल हैं। इनमें से 20 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट अब वर्किंग में हैं जबकि 26 अस्पतालों में अभी काम चल रहा है। इन अस्पतालों को टाइम लाइन दी गई है जिसके तहत 31 अगस्त तक इसे पूरा करने के लिए कहा गया है। प्रशासन का दावा है कि 1 सितम्बर से सभी 46 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट वर्किंग में होंगे।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान जब ह्यधन्यवाद इंदौरö कार्यक्रम में आए थे तो उन्होंने दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी को लेकर अपना दर्द बयां किया था। उन्होंने कहा कि वे दूसरी लहर में एक हफ्ते तक ठीक से सोए नहीं थे। बार-बार वे अपडेट लेते रहते थे कि ऑक्सीजन का टैंकर अभी कहां है और कब तक पहुंचेगा। इसी कड़ी में उन्होंने कहा था कि अब ऐसी स्थिति बनने नहीं दी जाएगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि शहर में चिन्हित अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट जल्द लगा लिए जाएं क्योंकि तीसरी लहर का अंदेशा बना हुआ है। इसके साथ ही जिला क्राइसेस कमेटी के आग्रह पर ऑक्सीजन प्लांट के लिए 50 फीसदी सबसिडी देने की घोषणा की थी।
बैठक में किया था दावा
हाल ही में एससीएस मो. सुलेमान ने भी समीक्षा बैठक में खास वैक्सीनेशन के मुद्दे पर दावा किया कि कोई कमी नहीं है लेकिन ऑक्सीजन प्लांट को जल्द लगवाने को कहा। इसके बाद अब जिला प्रशासन लगातार अस्पतालों से फीडबैक ले रहा है। ईद के अवकाश के बाद भी अधिकारियों ने बुधवार इसे लेकर कुछ अस्पतालों की मैदानी स्थिति जानी और बताया कि 20 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लग चुके हैं जबकि बचे 26 अस्पतालों में भी काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
इंदौर
31 अगस्त तक बचे 26 अस्पतालों में लग जाएंगे ऑक्सीजन प्लांट
- 23 Jul 2021