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भोपाल

34 विधायकों  को आवास खाली करने भेजा पत्र

  • 22 Nov 2023

चुनाव न लडऩे वाले सदस्यों से विधानसभा सचिवालय ने किया आग्रह
भोपाल। मध्यप्रदेश में नई सरकार के गठन के पहले विधानसभा विश्राम गृह के आवासों को खाली कराने की कवायद शुरू हो गई। इस दायरे में 34 मौजूदा विधायक हैं। जिनका कार्यकाल नई विधानसभा के शपथ लेते ही खत्म हो जाएगा। इन्हें अपनी पार्टी से टिकट नहीं मिला था। इसे में इन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। अब इन विधायकों को विधानसभा सचिवालय ने 20 नवंबर को एक पत्र भेजा है। जिसमें समय पूर्व आवास खाली करने का आग्रह किया है।
इन विधायकों से खाली कराएंगे विश्राम गृह के आवास
विधानसभा सचिवालय ने जिन विधायकों के विधायक विश्राम गृह के आवास खाली करने के लिए कहा है, उसमें सीताराम आदिवासी, राकेश मावई, मेवाराम जाटव, रक्षा सिरोनिया, वीरेंद्र रघुवंशी, गोपीलाल जाटव, राजेश प्रजापति, पुरुषोत्तम लाल तंतुवाय, शिवदयाल बागरी, श्यामलाल द्विवेदी, पंचूलाल प्रजापति, अमर सिंह शामिल हैं।
इनके अलावा रामलल्लू वैश्य, सुभाष राम चरित्र, नंदनी मरावी, देवी सिंह सैयाम, ब्रह्मा भलावी, लीना संजय जैन, राजश्री सिंह, रामचंद्र दांगी, कुंवरजी कोठार, पहाड़ सिंह कन्नौजे, देवेंद्र वर्मा, राम दांगोरे, सुमित्रा देवी कास्डेकर से भी आवास खाली करने के लिए कहा गया है।
विधानसभा सचिवालय ने इनके अलावा ग्यारसीलाल रावत, दिलीप कुमार मकवाना, देवीलाल धाकड़, जालम सिंह पटेल, रघुनाथ मालवीय, राज्यवर्धन, सुलोचना रावत, आकाश विजयवर्गीय, पारस जैन को भी आवास खाली करने के लिए कहा है।
ये मंत्री भी टिकट न पाने वालों में शामिल
विधानसभा चुनाव न लडऩे वालों में दो मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और ओपीएस भदौरिया के नाम भी शामिल हैं। इन्हें सरकार ने बंगला दिया है, इसलिए खाली भी सरकार कराएगी। अगर बीजेपी की सरकार बनती है तो इन्हें जल्द बंगले खाली करने से राहत मिल सकती है लेकिन कांग्रेस की सरकार बनने पर जल्द बंगले खाली करने होंगे।
दूसरी ओर, विधानसभा ने बीजेपी कांग्रेस से टिकट न पाने वाले एक अन्य विधायक नारायण त्रिपाठी का भी नाम आवास खाली करने वालों की सूची में शामिल नहीं किया है क्योंकि वे मैहर से विंध्य जनता पार्टी के नाम पर चुनाव लड़ रहे हैं।