अयोध्या विवाद : चीफ जस्टिस ने विदेश यात्रा रद्द की
उत्तर प्रदेश में सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, सुरक्षा के कड़े प्रबंध
नई दिल्ली/अयोध्या, (ब्यूरो)। अयोध्या विवाद में सुनवाई पूरी होने के बाद अब उच्चतम न्यायालय के फैसले पर सभी की नजरें टिकी हुई है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने विदेश यात्रा रद्द कर दी है। ऐसा माना जा रहा है कि दिवाली बाद 4 से 17 नवंबर के बीच अयोध्या रामजन्म भूमि का फैसला आ सकेगा। इसके मद्देनजर उत्तरप्रदेश में सभी अधिकारियों, पुलिस प्रशासनिक की छुट्टियां रद्द कर दी गई है। वहीं सुरक्षा के कड़े प्रबंध कर दिए गए हैं।
राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद की सुनवाई पूरी करने के बाद अब फैसले की घड़ी है। माना जा रहा है कि 17 नवंबर से पहले फैसला आ जाएगा। इस बीच चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने अपनी विदेश यात्रा रद्द कर दी है। उन्हें आधिकारिक कार्यक्रमों में शामिल होने विदेश जाना था। चीफ जस्टिस को 17 नवंबर को सेवानिवृत्त होने से पहले कुछ दक्षिण अमेरिकी देशों, मध्य पूर्व और कुछ अन्य देशों की यात्रा पर जाना था। सूत्रों ने यह भी बताया कि चीफ जस्टिस ने प्रस्तावित विदेश यात्राओं को अंतिम रूप मिलने से पहले इन्हें रद्द किया है।
गोगोई ने पिछले साल 3 अक्टूबर को भारत के 46वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी। राम मंदिर के लिए लाखों लोगों ने जान दी वहीं मंदिर निर्माण होना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता उमा भारती ने बाबरी मस्जिद और रामलला पर बयान पर दिया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए लाखों लोगों ने जान दी है। यहां तक की मेरी खुद की जान भी जाते-जाते बची थी। उमा ने कहा कि जहां रामलला का स्थान है वहीं मंदिर निर्माण होना चाहिए। वीएचपी नेता अशोक सिंघल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जैसे मक्का में कुछ और नहीं बन सकता ठीक वैसे ही अयोध्या में भी राम मंदिर के सिवाय कुछ नहीं बनना चाहिए।
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4 से 17 नवंबर के बीच आएगा फैसला

- 17 Oct 2019