इंदौर। गोपुर चौराहे पर गत दिनों हुई बाइक और कार की टक्कर में कार पलट गई और बाइक सवार गंभीर रुप से घायल हो गए। उनके परिजन को काफी देर बाद हादसे की सूचना मिली। फेब्रिकेशन के काम से जुड़े राजेश शुक्ला को हास्पीटल में भर्ती करवाया। वे 45 दिन तक कोमा में रहने परिजनों ने 25 लाख रुपए खर्च कर दिए लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी। फरवरी में उनकी बेटी की शादी सपने लेकर ही वे दुनिया से विदा हो गए। उनके भरे-पूरे परिवार की जिम्मेदारी उन पर ही थी। उनके जाने के बाद अब शुक्ला परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है।
सुदामा नगर निवासी राजेश पिता स्व.रामदत्त शुक्ला का 26 अक्टूबर की रात उनके घर से कुछ ही दूरी पर एक्सीडेंट हो गया था। वह रेतीमंडी से बाइक पर घर आ रहे थे तभी श्रीराम ट्रैवल्स की कार ने टक्कर मार दी थी। गंभीर घायल राजेश को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था। वे कोमा में चले गए थे। उसके इलाज में परिवार की सारी जमा पूंजी खर्च हो गई। दोस्तों से भी आर्थिक मदद ली गई मेडिक्लेम की भी मदद ली गई लेकिन 45 दिन के इलाज के बाद अंतत: इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। राजेश फेब्रिकेशन से जुड़े हुए थे। पत्नी, बच्चों के अलावा बड़े भाई और 95 साल की बूढी मां की जि मेदारी भी उन पर ही थी। राजेश की बेटी महिमा के मुताबिक पापा की 18 हजार रुपए प्रतिदिन की दवाईयां आ रहीं थी। डाक्टर बार-बार उनके जल्दी स्वस्थ्य होने का दावा कर रहे थे। घर की सारी सेविंग के साथ दोस्तों से भी आर्थिक मदद ली गई। करीब 25 लाख रुपए उनके इलाज पर खर्च हो गए उसके बाद भी उनकी जान नहीं बच पाई। पता चला है कि उनकी बेटी की फरवरी में शादी होना तय थी जिसे लेकर वे खुश थे और बेटी की शादी के खर्च के लिए रात-दिन काम कर रहे थे। उनका एक बेटा आर्यन वैष्णव कालेज में इंजीनियरिंग की पढाई कर रहा है। बड़े भाई का नाम प्रदीप हैं,उनकी पत्नी और बच्चे नहीं है। उनके साथ ही 95 साल की मां है इन सबकी जि मेदारी वे उठा रहे थे।
इंदौर
45 दिन तक कोमा में रहने के बाद गई जान, सड़क हादसे में घायल हुए थे कारोबारी
- 14 Dec 2021