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भोपाल

5 करीबी दोस्त बनते गए दुश्मन, फिर हुईं 3 हत्याएं

  • 12 Apr 2022

भोपाल. मध्य प्रदेश के गुना की यह 'मर्डर मिस्ट्रीÓ पुलिस के लिए इसलिए भी अबूझ बनती जा रही थी, क्योंकि जिस पर वह शक करती, उसका मर्डर हो जाता. एक के बाद एक तीन युवाओं की हत्याओं ने पुलिस को सकते में डाल दिया और इनका पर्दाफाश करने के लिए उस पर दबाव बढ़ा. एक छोटे से क्लू के सहारे वह कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए हत्यारे तक पहुंची तो खुद हैरान हो गई. हत्यारा 16 साल से भी कम उम्र का नाबालिग लड़का निकला.
पुलिस के मुताबिक हत्यारा टीवी पर 'सावधान इंडियाÓ शो देखने का क्रेजी था. इस शो को देखकर वो इस कदर क्रूर और निडर हो गया था कि उसको किसी भी वारदात को अंजाम देने में डर नहीं लगता था. गुना शहर में अपराध की यह कहानी पैसे के लालच और शक से जुड़ी है. शहर में एक के बाद एक अपने ही 3 दोस्तों की हत्या करने के मामले में आरोपी बनाए गए दो किशोरों के मासूम चेहरे को देखकर कोई भी भरोसा नहीं कर पा रहा कि वो ऐसा कर सकते हैं? आखिर क्या वजह रही कि 16-17 साल के किशोर ने इतना बड़ा कदम उठाया और अपने साथियों को ही मौत के घाट उतार दिया. पुलिस की कहानी में दो वजह निकल कर सामने आ रही है. पहली पैसे के लालच में फिरौती और दूसरा मां के रिश्तों पर शक. इसके चलते अपराधी की तरह शातिर दिमाग वाले इस नाबालिग ने दोस्तों को मारने की प्लानिंग की.
घर से 40 हजार लेकर बाइक खरीदने गया था हेमंत
इस पूरी कहानी की शुरुआत में गुना के सिंचाई विभाग में पदस्थ ऑफिस अधीक्षक अंतर सिंह मीना का इकलौता बेटा 17 वर्षीय हेमन्त साजिश का शिकार हुआ. वह घर से सैकंड-हैंड बाइक खरीदने के लिए 40 हजार रुपए लेकर निकला था. इसके बाद ही लापता हो गया. दूसरे दिन ही पिता ने महिला पूनम दुबे और उसके नाबालिग बेटे पर शक जताया, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. पुलिस मान रही थी कि हेमन्त समझदार है और वह खुद ही घर से पैसे लेकर गया है.
दोस्त की हत्या करके सबूत मिटाने के लिए शव जला दिया
गुना पुलिस तक चौकन्नी हुई, जब हेमंत की फिरौती का फोन आया. दरअसल, हेमंत से उसके नाबालिग दोस्त ने ही दगा की. मां और एक अन्य साथी की मदद से हेमंत से 40 हजार रुपये छीन लिए और उसकी गला और हाथ काटकर हत्या कर दी थी और सबूत मिटाने के लिए शव को जला दिया. इसके नाबालिग की मां पूनम ने उसके दोस्त लोकेश और ऋतिक को लालच दिया कि किसी को कुछ न बताना, फिरौती की रकम में से तुम्हारा भी हिस्सा रहेगा. मृतक हेमन्त का मोबाइल ऋतिक को दिया और उससे कहा कि गुना से दूर इंदौर जाकर अंतर सिंह को धमकी देना कि तुम्हारा बेटा हमारे कब्जे में हैं और उससे पचास लाख की फिरौती की बात करना. ताकि पुलिस का ध्यान गुना से हटकर इंदौर पर चला जाए. सबूत मिटाने और पुलिस तफ्तीश को भटकाने का आइडिया उसे सावधान इंडिया के शो से आया था.
इंदौर से कराया फोन, हिस्सा मांगा तो दोनों दोस्तों को मार डाला
इंदौर जाकर ऋतिक ने हेमंत के फोन से 50 लाख की फिरौती मांगी तो पिता ने मैसेज से हां कर दी. वह पुलिस के पास पहुंचा तो लोकेशन ट्रैस पर पुलिस उसे लेकर इंदौर पहुंच गई. इसी बीच ऋतिक गुना आ गया. उसका विवाद लोकेश से हो गया. लोकेश कहने लगा की मुझे फिरौती में अपना हिस्सा अभी चाहिए. नहीं तो सारी कहानी पुलिस को बता दूंगा. इसके बाद पूनम का नाबालिग बेटा और एक अन्य दोस्त लोकेश को एक्टिवा पर बिठाकर नेगमा के जंगल में ले गए. वहां लोकेश की भी हत्या कर उसके शव को जला दिया. चूंकि ऋतिक दो हत्याओं के बारे में जान चुका था, इसलिए उसे भी रास्ते से हटाने के लिए मार डाला.
लोकेश की लाश मिलने के बाद पुलिस की थ्योरी बदल गई
टीआई आशीष सप्रे के मुताबिक पहले पुलिस का मानना था इन हत्याओं के पीछे इनके दोस्त लोकेश लोधा का हाथ है, लेकिन लोकेश की भी जली हुई लाश मिलने के बाद पुलिस की थ्योरी बदल गई. लोकेश के बाद ऋतिक का भी शव मिलने के बाद पुलिस को पता चला कि हेमंत की भी हत्या की गई है. इस बीच पूनम के करेक्टर की पड़ताल की गई तो वह भी संदिग्ध लगी. टीआई आशीष सप्रे का दावा है कि ऋतिक का शव मिलने के बाद आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की गई तो इन लोगों ने तीन युवाओं की एक के बाद एक हत्या करना कबूल कर लिया. पूनम, उसके पुत्र और दोस्त को आरोपी बनाया गया है. इन्होंने कबूल किया कि हेमन्त जिस दिन लापता हुआ था, उसी दिन 40 हजार रुपए छीन लिए थे.
शातिर पूनम ने अपने बेटे के दोस्त को ऐसे फंसाया
गुना पुलिस के मुताबिक पूनम ने सबसे पहले अपने बेटे के दोस्त हेमंत को फंसाया था. वह उसके घर से जेवर और पैसे भी मंगवाने लगी. हेमंत की मां के झुमके भी उसने ज्वैलर्स राकेश सोनी के यहां 25 हजार रुपए में गिरवी रख दिए थे. इन्हें पुलिस ने जब्त किया है. पुलिस के अनुसार आरोपी पूनम के हेमंत के साथ अच्छी दोस्ती थी. यह बात उसके बेटे को नागवार गुजर रही थी और हेमंत की मौत का एक कारण भी बनी. पूनम ने पुलिस को बताया कि हेमंत की हत्या होने के बाद इसका राज खुल न जाए. इसी कारण से उसके दो और दोस्त को ठिकाने लगाया गया था.