श्री जीएसआईटीएस के 73 बेच पूर्व छात्रों ने खेले मनोरंजक गेम्स, की धमाल मस्ती
इंदौर। किसी ने हीरो की एक्टिंग की तो किसी ने अपने शिक्षक की नकल। कोई बलून लेकर पहुॅचा तो कोई पतंग। मोका था श्री जीएसआई टी एस के 1973 बेच के छात्रों की मस्ती की पाठशाला। लगातार दो दिनों तक यह आयोजन सिमरोल स्थित सेठजी की बाड़ी मे हुआ। जिसमें इंदौर, मुंबई, दिल्ली, पुणे, नोयडा, बेंगलूरु सहित विदेश से आये करीब 60 छात्रों ने भाग, लिया।
समिति सदस्य नरेंद्र जैन लल्ला, देवेंद्र लाड़ ने बताया कि जो छात्र पूरे 5 दशक बाद मिले तो उनके लिए तो यह सबसे यादगार पल रहा। जी भरके मिले और उन्होंने एक दूसरे को पुराने निक नेम से ही बुलाया। साथ मिलकर संवाद किया लेकिन छेड़खानी करने से बाज नही आये। दोस्तो ने अपने पुराने अनुभवो मे बताया कि उस दौर में कम तकनालॉजी थी लेकिन शांति थी। ना ज्यादा परिवहन के साधन थे और ना मारामारी। अधिकांश छात्र साइकिल से संस्थान आते थे तो शिक्षकों के पास लूना या फिर स्कूटर होता था।
जो छात्र जीटी लगाता उसको डाट पड़ती थी, हालांकि अधिकांश छात्र तो शिक्षकों की सख्ती से डरते थे। अशोक बंडी और प्रकाश सालगिया ने बताया कि एक बात तय है आज हम जो कुछ भी है उसमें शिक्षकों की बड़ी भूमिका रही, उनको हम जितना धन्यवाद दे कम है। श्रीनिवास भराणी और जयंतीलाल राठौर ने कहा कि ऐसी सखती बहुत जरूरी है।
इंदौर
50 वर्ष पुराने छात्रों ने मिलकर पुरानी यादों को किया ताजा
- 28 Dec 2023