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मंदसौर

50 लाख के लिए खुद को  'मारा' कर्ज से बचने के लिए अपने जैसे दिखने वाले का गला घोंटा, पहचान बताने कपड़े समेत सामान डाला

  • 12 Feb 2022

मंदसौर। मंदसौर के नारायणगढ़ पुलिस ने नानूराम हत्याकांड में चौंकने वाला खुलासा किया है। मृतक का गुनाह सिर्फ इतना था कि वह हत्यारे जैसा दिखता था। आरोपी पर कर्ज ज्यादा हुआ, तो उसने खुद के मौत की साजिश रच डाली। उसने अपने कद काठी वाले परिचित की पत्थर से चेहरा कुचलकर हत्या कर दी। पहचान बताने उसने अपने कपड़े सहित कुछ सामान रख दिया, जिससे पुलिस उसे मृतक समझ ले। हालांकि पुलिस ने जांच की तो आरोपी गिरफ्त में आ गया।
मंदसौर एसपी अनुराग सुजानिया ने बताया कि 4 फरवरी को भीलखेड़ी गांव में सड़क किनारे एक लाश मिली थी। उसकी पहचान नारायणगढ़ के लिम्बावस गांव के रहने वाले नानूराम पिता कारूलाल धनगर, (33) के रूप में हुई थी। एसपी सुजानिया ने बताया कि मृतक नानूराम को आखिरी बार भीलखेड़ी निवासी ईश्वरलाल पिता कंवर लाल गुर्जर और सुंदरलाल पिता बाबूलाल गुर्जर के साथ में देखा गया था।
पूछताछ की तो पता चला कि ईश्वरलाल पर करीब 50 लाख का कर्ज था। कर्ज से मुक्ति पाने के लिए उसे आने जैसी कद-काठी वाले की तलाश थी। नानूराम उसके जैसा ही दिखता था। इसलिए उसने उसकी हत्या की प्लानिंग कर डाली। ईश्वर ने गांव के ही दोस्त सुंदरलाल को साथ में लिया और नानूराम को पार्टी के बहाने साथ ले गए। एकांत में तीनों ने शराब पार्टी की और फिर नानूराम का गला घोंट दिया। हत्या के बाद पहचान छिपाने उसके चेहरे को पत्थर से कुचल दिया। हत्या के बाद उसे सड़क किनारे फेंका और फरार हो गए।
इस कारण दोनों में थी जान-पहचान
आरोपी ईश्वरलाल जेसीबी संचालक है। वहीं, नानूराम के पास मिट्टी निकालने की मशीन थी। दोनों का काम एक जैसा होने से एक-दूसरे को अच्छे से जानते थे। परिचय का ही फायदा उठाकर उसने शराब पार्टी के बहाने उसे बुलाया था।
बंशी गुर्जर हत्याकांड से प्रेरित होकर रची साजिश
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने 2009 में नीमच के निकट हुए बंशी गुर्जर हत्याकांड से प्रेरित होकर नानूराम के मर्डर की साजिश रची थी। साजिश के अनुसार आरोपी चाहते थे कि नानूराम के शव की शिनाख्त ईश्वर लाल के रूप में हो जाए और पुलिस ईश्वर लाल को मृतक मान लें। इसके बाद आरोपी ईश्वरलाल गांव से फरार हो जाएगा और उसे कर्ज चुकाना नहीं पड़ेगा। दोनों आरोपियों की यह चाल कामयाब नहीं हो सकी। पुलिस के आगे दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।