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इंदौर

70 हजार बच्चों को घर-घर ढूंढ़कर लगाएंगे वैक्सीन,  स्कूल खुलते ही दिखाना होगा वैक्सीन सर्टिफिकेट

  • 17 Jan 2022

इंदौर। कोरोना मरीजों की संख्या में रोज बेहताशा वृद्धि होने तथा इसमें बढ़ती बच्चों की संख्या को देखते हुए इनकी चिंता बढ़ गई है। इस बीच हाल ही में पहली से 12वीं तक स्कूलों के 31 दिसंबर तक बंद होने के निर्णय के बाद अब स्कूलों में वैक्सीनेशन भी बंद है और करीब 70 हजार से ज्यादा बच्चे अभी वैक्सीन लगाने से छूट गए हैं। इनकी सुरक्षा के लिए अब इन बच्चों को टेलिफोनिक माध्यम व घर-घर जाकर ढूंढ़ा जाएगा और उन्हें सेंटरों के माध्यम से वैक्सीन लगाई जाएगी।
दरअसल अभी 15 वर्ष से कम उम्र के कई बच्चे अब रोज वैक्सीन के पात्र हो रहे हैं, इसके चलते उनकी संख्या भी बढ़ रही है। दूसरी ओर कई बच्चे हैं जो 8वीं के बाद कहीं और हैं या ड्रॉउट हैं। कई बच्चे तो अब बाहर हैं। ऐसे में इन्हें वैक्सीन लगना जरूरी हो गयाा। कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक अगर कोई स्कूली बच्चा वैक्सीनेटेड नहीं है तो वह अन्य को भी संक्रमित कर सकता है। इसके चलते बचे बच्चों के लिए एक प्लान तैयार किया गया है।
पोर्टल में दर्ज संख्या के अनुसार 15 से 17 वर्ष के बीच के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में करीब करीब 70 हजार बच्चों को वैक्सीन नहीं लगी है। दूसरी ओर स्कूल में पढऩे वाले 15 वे 18 वर्ष के करीब 2 लाख बच्चे हैं जिनमें से 1.72 लाख बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है। ऐसे में बचे बच्चों के लिए अब कई विभाग समन्वय कर इन्हें वैक्सीनेट कराएंगे। इसके तहत सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपल, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम महिला बाल विकास के अधिकारियों के साथ एक प्लान तैयार किया गया है। इसमें आंगनवाड़ी व आशा कार्यकतार्ओं को भी लगाया गया है।
प्लान के तहत जो बच्चे ड्राप ऑउट है स्कूलों में नहीं पढ़ रहे हैं, उन्हें घर-घर जाकर सर्च किया जाएगा। फिर उन्हें प्लान के तहत किसी एक जगह या जहां वैक्सीनेशन सेंटर चल रहे हैं वहां उन्हें वैक्सीन लगाई जाए। यानी अभी स्कूल भले बंद हो लेकिन बच्चों को वैक्सीनेशन के लिए सेंटरों पर बुला सकेंगे। पैरेंट्स को यह भी स्पष्ट किया गया है कि स्कूल खुलते ही सभी बच्चों वैक्सीन सर्टिफिकेट देखे जाएंगे। अगर किसी एक बच्चे को नहीं लगा है और उससे खतरा होता है। ऐसे में बाकी बच्चों की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है। इस प्रकार के प्लान में सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर मनीष सिंह, जिला क्राइसिस कमेटी के सदस्य, डॉ. निशांत खरे, नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल आदि ने अपनी-अपनी राय दी है जिसके बाद इसे तैयार किया गया। सांसद लालवानी ने घोषणा की है कि सबसे पहले 100 प्रतिशत वैक्सीन करवाने वाले स्कूलों को गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।