इंदौर। सरकार की गाइड लाइन के अनुसार स्कूलों में गुरूवार से 9वीं के छात्रों की ऑफलाइन पढ़ाई शुरू हो गई। स्कूल 26 जुलाई से खुल चुके हैं, लेकिन अब तक 11वीं और 12वी के छात्रों को बुलाने की परमिशन थी। सरकार ने 5 अगस्त से 9वी और 10वी के बच्चों को स्कूल बुलाने को कहा था। लेकिन ज्यादातर स्कूलों ने तय दिन के अनुसार 12वी के बच्चों को ही स्कूल बुलाया। उनका कहना था कि 9वीँ की क्लास का दिन शनिवार है इसलिए क्लास उसी दिन लगेगी। हालांकि कुछ स्कूलों ने जरूरी 9वी, 10वी के साथ 12वी क्लास के बच्चों को भी बुलाया। लंबे समय बाद कई स्कूलों की बस बच्चों को लेकर दौड़ती नजर आईं। स्कूल में बच्चों के हाथ से लेकर जूते तक सैनिटाइज किए गए।
शहर के कई स्कूलों में गुरुवार से ऑफलाइन क्लास शुरू हो गई। सत्यसांई स्कूल में 9वी से लेकर 12वी तक के बच्चे बस में सवार होकर पहुंचे। यहां पर परिसर में ही बच्चों को सैनिटाइज करवाया गया। इसके बाद क्लास में एंट्री मिली। हर क्लास के बाद बच्चों को हाथ धोने के साथ ही सैनिजाइट करना जरूर था। क्लास लगने का समय सुबह 8.30 से दोपहर 1.30 बजे तक रखा गया है। 4 से साढ़े 5 घंटे में इतने ही पीरियड लगाने का टारगेट रखा गया है। इस बीच दो बार छात्रों को लंच के साथ रिलेक्स होने का समय भी तय किया गया है। छात्रों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इस बात का विशेष ध्यान रखा गया। जो छात्र आज स्कूल आया वह अब अगले सप्ताह ही स्कूल आ पाएगा। ऐसे में उसके पास ऑफलाइन क्लास में पढऩे का मौका सप्ताह में एक ही बार है।
शहर के सहोदया ग्रुप से 160 के करीब सीबीएसई स्कूल जुड़े हैं। अभी भी आधे से ज्यादा स्कूल नहीं खुल पाए हैं। इसका सबसे बड़ा कारण पालकों की तरफ से स्कूलों को अभी तक सहमति पत्र नहीं मिलना है। ज्यादातर पैरेंट्स छात्रों को स्कूल भेजना ही नहीं चाह रहे हैं। कई पालकों ने छात्रों को स्कूल भेजने से साफ इनकार कर दिया है। अब तक की स्थिति की बात करें तो 30 से 35 फीसदी पालकों ने ही अनुमति पत्र दिए हैं।
इंदौर
9वीं-10वीं की क्लास में कम ही दिखे विद्यार्थी, हाथ से लेकर जूते तक सैनिटाइज हुए
- 06 Aug 2021