ग्वालियर। भ्रष्टाचार और नियम-कायदे तोडऩे (कदाचरण) के मामले में ग्वालियर पुलिस इंदौर और भोपाल से आगे है। पिछले नौ माह में ही यहां 166 पुलिस कर्मियों पर भ्रष्टाचार और अपराधियों को संरक्षण देने के मामले में कार्रवाई की गई है। इसमें 6 थाना प्रभारी भी शामिल हैं, जबकि एक थाना प्रभारी सहित 3 पुलिस कर्मियों की बर्खास्तगी भी हुई है।
ताजा मामला हाल ही में दो सराफा कारोबारियों से ट्रेन में की गई 60 लाख की ठगी का सामने आया है। इसमें साइबर सेल के पुलिस कर्मियों का निलंबन हुआ है। विभागीय जांच के बाद अब इनकी बर्खास्तगी की तैयारी है। पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार और कदाचरण के मामले में ग्वालियर से जुड़े ये आंकड़े इंदौर-भोपाल से ज्यादा हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार मेरे पास अभी प्रदेश के पूरे आंकड़े नहीं हैं, पर ग्वालियर इस मामले में प्रदेश में नंबर 1 है।
9 महीने में बढ़ा कार्रवाई का ग्राफ
जिले में पुलिस की छवि बिगाडऩे वाले पुलिस कर्मियों पर शिकायत मिलते ही कार्रवाई का ग्राफ बीते नौ माह में तेजी से बढ़ा है। इनमें थाना प्रभारी से लेकर सिपाही तक के खिलाफ लाइन अटैच करने से लेकर निलंबन तक की कार्रवाई की गई है।
5 थाना प्रभारी लाइन अटैच और 2 का निलंबन
12 एसआई निलंबित और 10 लाइन अटैच किए
13 एएसआई निलंबित और 5 लाइन अटैच किए
11 हवलदार लाइन अटैच और 10 निलंबित किए
51 सिपाही लाइन अटैच, 47 निलंबित किए
ग्वालियर
9 माह में 166 पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाइ
- 07 Jul 2021