शहर में भयावह होती जा रही संक्रमण की स्थिति
इंदौर। कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह से संक्रमितों की संख्या के साथ-साथ मौतों का आंकड़ा भी बढृ रहा है, यह स्थिति सच में भयावह और डराने वाली है। अस्पतालों में बेड खाली नहीं मिल रहे है और और श्मशान घाटों में भी स्थिति यह है कि यहां पर अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर शहर में कोरोना कैसे इतना फेल गया कि जहां पहले सैकड़ों की संख्या में मरीज मिल रहे थे वहीं अब इनका आंकड़ा दो हजार के करीब पहुंच रहा है।
और तो और अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन और आॅक्सीजन खत्म होती जा रही है। इसके लिए शासन स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, जिनमें अब जाकर कुछ सफलता मिल रही है। कोरोना की चेन तोड? के लिए शहर के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा पहले नाइट कर्फ्यू और फिर लॉक डाउन किया गया, लेकिन मध्य प्रदेश की आर्थिक नगरी इंदौर में कोरोना की रफ्तार के आंकड़े डरा रहे हैं। वैक्सीनेशन, नाइट कर्फ्यू समेत प्रशासन की ओर से की जा रही तमाम सख्तियां भी कोरोना की रफ्तार में कमी लाने के लिये कारगर साबित नहीं हो रही हैं और मरीजों का आंकड़ा प्रतिदिन दो हजार के करीब पहुंच गया है। 14 अप्रैल की कोरोना बुलेटिन की रिपोर्ट के अनुसार इंदौर में 1693 नए पॉजिटिव मामले सामने आए है। 6 मौतें हुई हैं। अब तक कुल 1023 संक्रमित ने दम तोड़ा है। एक्टिव केस 10351 हैं। अब तक कुल 84290 संक्रमित हो चुके हैं।
हर 5 में से 1 सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव
कोरोना संक्रमण की जिला जांच टीम के मुताबिक, शहर में लिये जाने वाले हर 5 सैंपलों में से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जा रही है, जो बेहद चौंकाने वाली बात है। शहर में सबसे ज्यादा एक्टिव मरीजों की संख्या 16 सितंबर 2020 को थी। इसके बाद से ये घटते-घटते 12 फरवरी 2021 को सिर्फ 280 रह गई थी। लेकिन, सिर्फ डेढ़ माह की अवधि में ही यहां एक्टिव मरीजों की संख्या 5 हजार के करीब आ गई है, जो संक्रमण की रफ्तार बताने के लिये पर्याप्त है। ऐसे में अगर अब भी संक्रमण पर लगाम नहीं लगी, तो हालात बद से बदतर होने में देर नहीं लगेगी।
DGR विशेष
अभी भी लॉकडाउन कर्फ्यू सहित तमाम सख्तियां... नहीं रूक रही कोरोना की रफ्तार

- 17 Apr 2021