इंदौर। इंदौर संभाग के धार, बड़वानी, सेंधवा सहित अन्य जिलों के कुछ गांवों में सिकलीगरों द्वारा अवैध हथियार बनाए जाते हैं। यह हथियार केवल मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में अवैध तरीके से पहुंचाए जाते हैं। इस बात का खुलासा पुलिस की अलग-अलग कार्रवाई में हुआ है। गत दिनों राजस्थान में हुई हत्या के आरोपी को जब पुलिस ने पकड़ा तो उसने बताया था कि उसने इंदौर के गौतमपुरा से हथियार खरीदा था।
इसके बाद गौतमपुरा इलाके में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हथियारों के साथ कारतूस बरामद करते हुए दो लोगों को गिरफ्त में लिया था। इसी तरह पूर्व में उत्तरप्रदेश और अन्य जगहों पर जब गोली चलाने और हत्या के मामलों में आरोपियों को पकड़ा गया तो पता चला कि मध्यप्रदेश के सिकलीगरों से हथियार खरीदे थे। चौंकाने वाली बात यह है कि इन सिकलीगरों से कुछ बदमाश हथियार कम दामों में बनवाते हैं और फिर अपना कमीशन होड़कर महंगे दामों में उन हथियारों की तस्करी करते हैं। क्राइम की टीम कई बार इन हथियारों के सौदागरों को पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है। वहीं लगातार इनके खिलाफ कार्रवाई जारी रहती है, फिर भी हथियरों की तस्करी नहीं रूकती।
अवैध हथियारों की फैक्ट्री बने घर
मालवा-निमाड़ अंचल के बुरहानपुर, बड़वानी, खरगोन, धार जिले के कुछ क्षेत्रों की पहचान ही अवैध हथियारों के निर्माण से है। यहां कई घर हथियारों की फैक्ट्री बने हुए हैं। देशभर में यहां से इनकी तस्करी की जा रही है। इससे अपराध जन्म ले रहे हैं। अवैध हथियार बनाने की यह कारीगरी पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो रही है। समय-समय पर पीढिय़ों से अवैध ढंग से हथियार बनाने वालों के लिए रोजगार के अवसर मुहैया कराने के दावे सरकारी तंत्र करता रहा, मगर तस्वीर नहीं बदली जा सकी। जाहिर है, इस दिशा में किए गए प्रयास नाकाफी रहे। जानिये अंचल में कहां पर कौन से क्षेत्र अवैध हथियार निर्माण के लिए कुख्यात हैं।
पंजाब के गैंगस्टरों के तार पाचोरी से जुड़े
बुरहानपुर जिले का पांच हजार की आबादी वाला पाचोरी गांव देसी पिस्टल के निर्माण और देशभर में सप्लाई को लेकर कुख्यात है। सतपुड़ा की पहाड़ी पर बसे इस छोटे से गांव में बने हथियारों की मांग देशभर में रहती है। कुछ सालों में दिल्ली हो या फिर जबलपुर, भोपाल, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई... यहां पकड़े गए हथियार पाचोरी से बने निकले हैं। पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकांड में भी प्रयुक्त पिस्टल पाचोरी में ही बनी थी। हथियार निर्माण के कारण ही पंजाब के गैंगस्टरों के भी तार यहां से जुड़ गए हैं। गत दिनों पंजाब के दो हिस्ट्रीशीटर सहित पाचोरी के एक आरोपित से खकनार थाना पुलिस ने 15 देसी पिस्टल बरामद किए थे। निमाड़ में पंजाब के हथियार तस्कर सक्रिय हैं, जो इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल कर तस्करी में लगे हैं। दो साल में पुलिस यहां से बनकर निकली 100 से ज्यादा पिस्टल बरामद कर चुकी है। पूर्व में अफसरों ने सिकलीगरों को समाज की मुख्यधारा में लाने के प्रयास भी किए लेकिन नाकाफी साबित हुए। प
पांच साल में एक हजार से अधिक अवैध हथियार बरामद
खरगोन जिले के सिगनूर और भगवानपुरा क्षेत्र के कुछ गांव में अवैध हथियार बनाए जा रहे हैं। तस्कर पुलिस से बचने के लिए झोले में अवैध पिस्टल व कट्टे बनाने का सामान लेकर चलते हैं। मौका मिलते ही हाथोंहाथ हथियार बनाकर बेच देते हैं। पुलिस ने पांच सालों में एक हजार से अधिक अवैध हथियार बरामद किए हैं। जनवरी 2021 में पुलिस ने हथियार बनाने के सामान व 27 देशी पिस्टल के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। यहां से अवैध देशी पिस्टल व कट्टे उत्तरप्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों में भेजे जाते हैं।
पुलिस की कार्रवाई में खुलासा
बड़वानी जिले के उमर्टी के तार देशभर में अवैध हथियारों के बरामद होने पर कई मर्तबा जुड़े हैं। सेंधवा अंचल के वरला थाना क्षेत्र के उमर्टी के सिकलीगर पिस्टल से कार्बाइन तक बनाकर बेच रहे हैं। ये यूट्यूब चैनल बनाकर उस पर हथियारों का प्रदर्शन कर इन्हें बेच रहे हैं। हाल ही में पंजाब पुलिस ने उमर्टी में दबिश देकर एक आरोपित को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया। दो दिन पूर्व दो दो तस्कारों को 39 पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर पुलिस पंजाब ले गई है। 10 जुलाई 2021 को पंजाब की कपूरथला पुलिस ने पंजाब के गैंगस्टरों को अवैध हथियार उपलब्ध कराने वाले बलजीत सिंह उर्फ स्वीटी को गिरफ्तार किया है। वह यू ट्यूब पर हथियारों का प्रदर्शन कर बेच रहा था। छह फरवरी 2020 को पुलिस ने हरियाणा व पंजाब के पांच खूंखार आरोपितों को उमर्टी से खरीदे गए हथियारों के साथ घेराबंदी कर पकड़ा था। महाराष्ट्र सीमा पर बसे उमर्टी के आसपास के जंगलों में वर्षों बाद भी पुलिस अवैध हथियार निर्माण को रोकने में असफल रही है।
DGR विशेष
पूरे देश में पहुंचते हैं ... इंदौर संभाग में बने अवैध हथियार
- 19 Jul 2021