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सावधान...? एसएमएस पर लिंक भेज खाते से रुपए उड़ा रहे जालसाज

  • 10 Nov 2019

इंदौर। सायबर अपराध संबंधित वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाश ठगी के नए-नए तरीकों से लोगों को चूना लगा रहे हैं। बदमाशों ने कई वेबसाइटों और सर्च इंजनों पर नामी कंपनियों के फर्जी कस्टमर केयर नंबर डाल रखे हैं।
 इन पर कॉल करते ही संबंधित व्यक्ति के मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से एक लिंक भेजी जा रही है। इस पर क्लिक करने, अतिरिक्त जानकारी देने अथवा इन्हें फॉरवर्ड करने पर बैंक खातों से रुपए गायब हो रहे हैं। इस तरह की शिकायतें सायबर सेल को प्राप्त हो रही हैं। अधिकारियों ने एडवाइजरी जारी की है कि लोग ऐसे एसएमएस से आनी वाली लिंकों पर क्लिक न करें। हालांकि सायबर सेल और थानों की पुलिस ऐसे मामलों में धोखाधड़ी की धाराओं में प्रकरण दर्ज करती है, लेकिन बहुत ही कम प्रकरण में आरोपियों की गिरफ्तारी हो पाती है। 
पुलिस अधिकारियों के अनुसार कई लोगों ने नामी कंपनियों से मिलते-जुलते नाम से कंपनियां रजिस्टर करवा रखी हैं। किसी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर सर्च करने पर फर्जी नंबर सामने आता है। फोन लगाने पर संबंधित व्यक्ति आपके मोबाइल पर एक मैसेज भेजता है और इस मैसेज को किसी दूसरे नंबर पर फारवर्ड करने के लिए कहता है। मैसेज फारवर्ड करते ही बैंक अकाउंट से रुपए ट्रांसफर हो जाते हैं।
ये भी तरीके
आपसे किसी एप्लीकेशन (एप) को डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है। एप्लीकेशन डाउनलोड होते ही आपके मोबाइल, कम्प्यूटर व लैपटॉप की स्क्रीन सामने वाले व्यक्ति के मोबाइल पर भी दिखने लगती है। इससे वह आपके बैंक खाते व क्रेडिट व डेबिट कार्ड की जानकारी ले लेता है और बैंक खाते से रुपए गायब हो जाते हैं। वेबसाइट लिंक भेजी जाती है। जैसे ही आप लिंक को क्लिक करते है उसमें एग्री का ऑप्शन आता है। एग्री करते ही ठग आपके बैंक खाते से रुपए गायब हो जाते हैं। कई बार सामने वाला व्यक्ति आपके मोबाइल पर आए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी ) को बताने के लिए कहता है। ओटीपी बताते ही आपके खाते से रुपए गायब हो जाते हैं।
ऐसे बचे ठगी से
-राज्य सायबर एसपी जितेंद्रसिंह के अनुसार ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए आपको कुछ बातें ध्यान में रखने की जरूरत है।
-नामी सर्च इंजनों पर भी किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर ना तलाशें, कंपनी की अधिकृत वेबसाइट पर जाकर नंबर लें।
-हो सके तो कंपनी की लोकल ब्रांच में जाकर समस्या बताएं और कस्टमर केयर नंबर लें।
-फोन पर किसी भी व्यक्ति के कहने पर एप्लीकेशन डाउनलोड ना करें, ओटीपी शेयर ना करें और ना ही किसी लिंक को खोलें।
कई मामले आ चुके हैं सामने
आनलाइन ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। अनेक मामलों में तो आरोपी अभी तक पकड़े भी नहीं जा सके हैं। हाल ही में राऊ थाना क्षेत्र में इसी प्रकार की आनलाइन ठगी का मामला सामने आया था, जिसमें नकली पीएम अधिकारी बनकर एक व्यक्ति के खाते से पौने दो लाख रुपए निकाल लिए गए थे। वहीं पलासिया, विजय नगर, देपालपुर, गौतमपुरा सहित अन्य थानों में भी पुलिस आनलाइन ठगी के मामले पिछले कुछ माहों में दर्ज किए हैं।