चिंतन और संवाद
तुम मुझे भूल भी जाओ
- 23 Apr 2022
देखो... आदमी अपने इष्ट के विरह में ज़ार ज़ार रोता है तब एक रसपूर्ण ध्यान पैदा होता है ...उसकी वृत्तियाँ कहीं भी नहीं जाएगी ....वो केवल एक ही सोच.... अब वो कहां ह...