चिंतन और संवाद
OSHOकहिन : सब अनुभव...
- 06 Mar 2021
सब अनुभव मर जाते हैं सिर्फ प्रेम नहीं मरता क्योंकि प्रेमी तो पहले ही मर जाता है।
संसार के सात सुख
- 28 Feb 2021
1. पहला सुख निरोगी काया (शरीर का स्वस्थ रहना पहला सुख माना गया है, क्योंकि यदि स्वास्थ्य अच्छा नहीं है तो बाकी कुछ भी अच्छा नही...
मोरारी बापू : 14 लोग जीवित हो तो भी मरे हुए हैं...
- 21 Feb 2021
शास्त्र के अनुसार 14 लोग जीवित हो तो भी मरे हुए हैं.... 140 बेटियों ने प्राण विगलित किया ...यानि जिसने 14 वस्तु को 0 (जीरो) कर दिया वो ये बेटियां हैं... इन 14...
मोरारी बापू : व्यासपीठ से अक्सर कहा जाता है जहां तक हो सके ...
- 13 Feb 2021
व्यासपीठ से अक्सर कहा जाता है जहां तक हो सके मौन रहना। मौन ऐसा कि जिसमें किसी परम तत्व की स्मृति बनी रहे। ये अभ्यास से आता है। जीवन में थोड़ा मौन रहना सीखें। चौब...
OSHOकहिन : संभोग एक तंत्र ध्यान हैं!
- 07 Feb 2021
आपको इसकी कला सीखनी होगी। पहले गाओ, नाचो, आनंदित होओ। सेक्स में उतर ने की जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए, यह हिट एंड रन नहीं होना चाहिए जैसा कि यही हो रहा है। इसक...
OSHOकहिन : तुमने किसी को ....
- 31 Jan 2021
तुमने किसी को प्रेम किया, फिर क्या तुम यह कहते हो कि इतना प्रेम किया, हाथ कुछ नहीं लगा? प्रेम में तो मिल गई संपदा। अब और फल क्या चाहिए? जिसने प्रेम किया उसने पा...
मोरारी बापू : मुझे पूछा है ...2 दिन से पूछा है कि बापू.. आप...
- 23 Jan 2021
मुझे पूछा है ...2 दिन से पूछा है कि बापू.. आपने कहा कि ईश्वर के सन्मुख रहना.. तो इस सन्मुख का मतलब क्या है ?... शारीरिक है केवल ?...सन्मुख हो जाना.... सन्मुख इस...
OSHOकहिन : जापान का एक सम्राट....
- 26 Dec 2020
जापान का एक सम्राट सदगुरु की तलाश कर रहा था।* अपने बूढ़े वजीर से पूछा कि कोई तो ऐसा आदमी होगा...।_वह बूढ़ा हंसने लगा। उसने कहा, आदमी तो हैं, लेकिन तुम न पहचान स...
मोरारी बापू : शरणागत की भाषा क्या है ?....
- 26 Dec 2020
शरणागत की भाषा क्या है ?....
शरणागत की भाषा मौन है ...शरणागत बोल बोल करता है क्या ?...वो चुप रहेगा ...उसको बोलने को कुछ बचता ही नहीं ....बोले वो जिसकी शरण में आ...
मोरारी बापू : इस कलि में और कोई साधन नहीं ...जोग ..जज्ञ.. ज...
- 05 Dec 2020
इस कलि में और कोई साधन नहीं ...जोग ..जज्ञ.. जप.. तप.. सब है.... लेकिन हम जैसों के लिए कलियुग में 3 साधन ....राम को स्मरो ... राम को गाओ .... और राम को सुनो........
OSHOकहिन : स्वास्थ्य को परिभाषित...
- 05 Dec 2020
स्वास्थ्य को परिभाषित नही किया जा सकता , स्वास्थ्य की कोई परिभाषा नही , सारी परिभाषाएँ बीमारी की है। बीमारी का न होना स्वास्थ्य , परन्तु यह स्वास्थ्य के सम्बंध ...
मोरारी बापू : योगी कौन ?
- 08 Nov 2020
मैंने अपने ढंग से नवनाथ निर्णित किया है..... इस कलियुग में केवल एक-एक लक्षण हो मैं उसको योगी कहूँगा .....
1....जो भोगी नहीं है.... जिसका काम साधन है ...साध्य ...