Highlights

शब्द पुष्प

लिख दुं...

  • 13 Jan 2020

लिख दुं....सब कुछ तो फायदा क्या
कभी तुम वो भी पढों, जो हम लिख नहीं पाते

मीठा बोलो

  • 06 Jan 2020

अच्छे लोग बहुत ही सस्ते होते हैं यारों,
बस... मीठा बोलो और खरीद लो ।

इश्क

  • 30 Dec 2019

खुद तलाशना कातिल अपना, और फिर कत्ल होना,
इसी फनकारी को बदकिस्मती से इश्क कहते है..!

शायरी

  • 23 Dec 2019

देखी है दरार मैंने आईने में,
पता नहीं शीशा टूटा है या मैं...

कुछ नये सपने

  • 17 Dec 2019

कुछ नये सपने... उसी के देखना है, फिर मुझे... 
सो गया हूँ मैं... बहा कर जिसकी यादें आंखों से

हवा को गुमान था...

  • 09 Dec 2019

हवा को गुमान था अपनी आजादी पर,
किसी ने उसे भी गुब्बारे में भर के बेच दिया...

मगर बेख़बर नहीं.

  • 10 Nov 2019

ये सोचना ग़लत है के, तुम पर नजऱ नहीं,
मसरूफ़ हम बहुत हैं मगर बेख़बर नहीं.

समंदर न सही

  • 04 Nov 2019

समंदर न सही पर एक नदी तो होनी ही चाहिए।
तेरे शहर  में जिंदगी कहीं तो होनी चाहिए।