लगातार संक्रमित होते जा रहे पुलिसकर्मी
मुलजिमों में पकडऩे में बरत रहे पुलिस सतर्कता, महामारी से बचाव के नियमों का कर रहे पालन, फिर भी महामारी की चपेट में आ रहे हमारे रक्षक
इंदौर। कोरोना महामारी के प्रकोप से शहरवासियों को बचाने के लिए लॉक डाउन में सबसे अधिक खाकी वर्दीधारी यानि पुलिस ने ही प्रयास किए हैं। एक तरफ जहां लोग घरों से निकलने में डर रहे थे, वहीं दूसरी ओर पुलिस अधिकारियों से लेकर थाने पर तैनात सिपाही तक 24 घंटे ड्यूटी कर कोरोना योद्धा के रूप में हमारी रक्षा में लगे थे और लॉक डाउन का पालन करने वालों पर सख्ती करने के साथ ही गांधीगिरी से भी घरों में रहने की अपील कर रहे थे। उस दौरान भी यही हमारे रक्षक इस महामारी की चपेट में आए थे और जूनी इंदौर थाना प्रभारी इस बीमारी ने जान तक ले ली थी।
अब चूंकि लॉक डाउन पूरी तरह खत्म हो गया है और अनलॉक में बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में कोरोना वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है और लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। सितंबर माह की शुरूआत से ही इस संक्रमण के शिकार हो रहे मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ और आज हालात यह है कि कोरोना महामारी को रोकने के सारे प्रयास विफल होते नजर आ रहे हैं और अब शहर में बड़ी संख्या में कोरोना मरीज मिल रहे हैं। वहीं खाकी वर्दी में भी कोरोना का खौफ देखा जा रहा है। हालांकि कोरोना से बचाव के लिए बनाई गई गाइड लाइन का पुलिस पूरा पालन कर रही है और किसी भी अपराध के मुलजिमों को पकडऩे में भी सतर्क बरती जा रही है। बावजूद इसके लिए दिनोदिन पुलिसकर्मियों का संक्रमण की चपेट में आना अधिकारियों के लिए भी चिंता का विषय बनता जा रहा है।
हाल ही में दो थाना प्रभारी सहित एक सब इंस्पेक्टर कोरोना की चपेट में आ गए। इस बार मल्हारगंज टीआई प्रीतम सिंह ठाकुर और रावजी बाजार थाना प्रभारी सविता चौधरी वायरस की चपेट में आ गई हैं। इसके अलावा भंवरकुंआ थाने के एक एसआई की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पुलिस अधिकारियों के संक्रमित होने से थाने पर हड़कंप मच गया है। कोरोना संक्रमण के चलते जूनी इंदौर थाने के टीआई, संयोगितागंज थाने के एक एएसआई और आजाद नगर थाने के कोरोना पॉजिटिव जवान की जान जा चुकी है। आईजी विवेक शर्मा के मुताबिक, अभी तक इंदौर रेंज में 192 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। 133 पुलिस जवान इंदौर के हैं। इनमें से 31 अब भी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। इनमें 9 टीआई भी शामिल हैं।
ये टीआई भी हो चुके हैं संक्रमित
अब तक इंदौर में जूनी इंदौर थाने के टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी, खजराना टीआई संतोष सिंह यादव, लसुडिय़ा टीआई इंद्रमणि पटेल, एमआईजी टीआई विजय सिंह सिसौदिया, एरोड्रम टीआई राहुल शर्मा, तुकोगंज टीआई कमलेश शर्मा, तुकोगंज के पूर्व टीआई निर्मल श्रीवास, महिला थाना प्रभारी ज्योति शर्मा सहित 70 से ज्यादा पुलिसकर्मी पॉजिटिव आ चुके हैं।
19 अप्रैल को चंद्रवंशी का हुआ था निधन
45 वर्षीय थाना प्रभारी का 19 अप्रैल को निधन हो गया था। इंस्पेक्टर देवेंद्र चंद्रवंशी जूनी थाने के प्रभारी थे। वे पिछले 19 दिन से अरविंदो अस्पताल में भर्ती थे। टीआई चंद्रवंशी की पहली कोरोना रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई थी, लेकिन बाद में 13 और 15 अप्रैल की रिपोर्ट निगेटिव आईं। अस्पताल प्रबंधन के प्रमुख डॉ. विनोद भंडारी का कहना था कि चंद्रवंशी की मौत का मुख्य कारण पल्मोनरी एम्बोलिज्म रहा। चंद्रवंशी के निधन के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परिवार को 50 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया है। साथ ही पत्नी को सब इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्ति देने की घोषणा भी की थी।
खजराना टीआई भी हुए थे संक्रमित
15 अप्रैल को खजराना टीआई संतोष सिंह यादव ने बुखार और गले में खराश होने पर टेस्ट करवाया गया था। उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। वॉट्सएप पर प्रशासनिक अधिकारियों ने जब ये जानकारी उन्हें दी तो उन्होंने हौसला नहीं हारा। वे तत्काल अधिकारियों के निर्देश पर चोइथराम हॉस्पिटल में भर्ती हुए। यहां उन्हें डॉक्टर्स और नर्स ने बेहतर उपचार दिया और उन्होंने कोरोना को मात दे दी।
अनुमान दो माह में बढ़ेंगे 30 हजार नए मरीज
शहर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 15 हजार के पार पहुंच गया है। बढ़ते मरीजों को देखते हुए सरकार की कोरोना मैनेजिंग कमेटी को अनुमान है सितंबर में शहर में 10 हजार और अक्टूबर में 20 हजार नए मरीज आएंगे। कमेटी ने इंदौर में सितंबर तक 23 हजार से अधिक मरीज होने की आशंका जताई है। अक्टूबर अंत तक 43 हजार से ज्यादा पॉजिटिव मरीज हो सकते हैं। राहत की बात है कि 60 प्रतिशत मरीज एसिम्टोमैटिक होंगे। इलाज होम आइसोलेशन में हो जाएगा। अक्टूबर अंत तक 55 हजार एक्टिव मरीज में 15 से 20 हजार मरीज को बेड की जरूरत होगी।
सुपर स्पेशिएलिटी में कोरोना का इलाज शुरू
एमजीएम मेडिकल कॉलेज 33 जूनियर डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन्हें सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में भर्ती किया गया है। वहां पहली बार कोरोना मरीज रखे गए हैं। कुछ की स्थिति थोड़ी खराब है। अरबिंदो के भी 7 पीजी डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव आए हैं। उधर, सराफा में अभी तक 200 व्यापारी, परिजन, कारीगर पॉजिटिव आ चुके हैं। 40 से ज्यादा की मौत हो चुकी है। सराफा एसो. कार्यकारिणी की सोमवार दोपहर बैठक हुई। इसमें लॉकडाउन पर सहमति नहीं बनी। एसो. सदस्य अजय लाहोटी ने बताया कि सैनिटाइजेशन कराया है। बिना मास्क आने पर पाबंदी है। छोटा सराफा का भगवती कॉम्प्लेक्स अधिक मरीज आने के बाद बंद कर दिया है।
इंडेक्स में 200 बेड बढ़ेंगे
गत दिनों रेसीडेंसी में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी, डॉक्टरों की बैठक हुई। इसमें इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में 200 और बेड बढ़ाने का फैसला लिया गया। निजी अस्पतालों से क्षमता बढ़ाने को कहा गया है। कुछ अस्पतालों को पूरी तरह रेड जोन में बदल कर सभी बेड कोरोना के लिए आरक्षित करने का प्रस्ताव है। बैठक में डॉक्टरों ने 56 दुकान पर उमड़ी भीड़ और निजी पार्टियों पर एतराज जताते हुए सख्ती की मांग की।
DGR विशेष
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- 12 Sep 2020