एनजीटीओ ने मुख्यमंत्री को लिखा 12 सूत्रीय मांगों का पत्र
बुरहानपुर। अशासकीय शिक्षकों के संगठन नॉन गवर्नमेंट टीचर्स ऑर्गेनाइजेशन की बुरहानपुर जिला इकाई ने बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज लधवे एवं जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह अढ़ाइच को सौंपा। जिसमें अशासकीय शिक्षकों की कोविड काल में हो रही दुर्दशा पर ध्यान आकर्षित करते हुए संगठन ने अन्य वर्गों की तरह शासन से आर्थिक सहायता की मांग की । अपनी 12 सूत्रीय मांगो में संगठन ने प्रदेश के समस्त प्रायवेट स्कूल-कॉलेज के कर्मचारियों के वेतन विसंगतियां, सेवा नियमों की पालना, सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा तथा नौकरी में अनिश्चितता जैसी अनेक समस्याओं के स्थाई समाधान के लिए एक निजी शिक्षा आयोग बनाने की मांग प्रमुखता से रखी। उल्लेखनीय है कि विगत 14 माह से सभी स्कूल-कॉलेज व कोचिंग संस्थान बन्द होने से अशासकीय शिक्षकों को अनेक आर्थिक संकटो का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान अनेक संस्थाओं द्वारा वेतन में की गई कटौती की सम्पूर्ण राशि ससम्मान दिलाने की बात भी प्रमुखता से रखी गई । प्रदेश भर में सभी निजी शिक्षकों के लिए न्यूनतम वेतन निर्धारित करने तथा शासकीय सेवकों की तरह सुविधाएं तथा सम्मान प्रदान करने का निवेदन भी किया गया। शासन की विभिन्न योजनाओं में प्रावधान कर आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे शिक्षक वर्ग को लाभान्वित किये जाने तथा वैक्सीनेशन में समस्त शिक्षकों तथा कर्मचारियों को भी प्राथमिकता देने की बात भी कही गई। इस अवसर पर उपस्थित शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल में एनजीटीओ के प्रदेश सचिव प्रवीण झुंजारके, जिला अध्यक्ष सुभाष जाधव, सचिव विशाल शाह, कोषाध्यक्ष सुभाष काले, महाविद्यालय प्रमुख भरत रावल, सौरभ पवार, अलका सुर्वे, सचिन पालीवाल, चेतन खैरनार, जितेंद्र महाजन, दिगम्बर महाजन एवं विपुल कानूगो प्रमुख रूप से उपस्थित थे।