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DGR विशेष

सारे प्रयासों बावजूद नहीं हुई सड़क हादसों में कमी

  • 23 Jan 2021

नए साल की पहले माह में भी तेज रफ्तार और नशे के कारण सड़क हादसों में गई अनेक जान
इंदौर। इन दिनों सड़क सुरक्षा माह चल रहा है और इस दौरान यातायात पुलिस द्वारा वाहन चालकों को यातायात के नियमों का पालन कराने के लिए जागरूक करने के साथ ही उन्हें सड़क हादसों से कैसे बचा जाए यह जानकारी दी जा रही है। ऐसा नहीं है कि यह समझाइश पहली बार दी जा रही है। कई बार इस तरह के अभियान चलाने और सारे प्रयासों के बावजूद सड़क हादसों में कमी नहीं हो रही है। बीते वर्ष 2020 में तीन माह का लॉक डाउन था उसके बाद भी सड़क हादसे कम नहीं हुए , वहीं नए साल के जनवरी माह में भी सड़क हादसे एकाएक बढ़ गए और एक पखवाड़े यानि 15 दिनों में ही यह आंकड़ा 50 के उपर पहुंच गया, जिसमें करीब दस लोगों की जान भी अब जा चुकी है। सभी हादसों में यह देखने में आया है कि तेज रफ्तार और नशे ही इसका प्रमुख कारण है।
मार्च माह से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए शहर में किया गया लॉक डाउन और कफ्र्यू के कारण करीब तीन माह तक कहीं पर पर भी वाहन नहीं चले। बावजूद इसके वर्ष 2018 - 19 की अपेक्षा बीते  वर्ष सड़क हादसों में कमी नहीं आई और सड़क दुर्घटनाओं में मौतें भी अधिक हुई।  आंकड़ों के मुताबिक इस वर्ष मरने वालों की संख्या 311 है। वर्ष 2019 में 29 लोग गंभीर घायल हुए है। इस वर्ष 186 लोग घायल हुए है। ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक रिपोर्ट तैयार की गई है। जिसमें यह खुलासा हुआ है कि इस वर्ष तीन माह पूर्ण लॉकडाउन रहने के बाद भी सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या ज्यादा है। शहर के कुछ इलाके ब्लैक स्पॉट बन रहे हैं। जहां लगातार लोग सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं। अब इन स्थानों को लेकर योजना तैयार की जा रही है।
वर्ष 2020 में सड़क दुर्घटना
घातक : 290
गंभीर चोट : 168
मामूली चोट : 1360
कुल दुर्घटनाएं : 2070
मौत :311
गंभीर घायल : 186
साधारण घायल : 1604
कुल घायल :1790
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यहां पर हुए सबसे अधिक हादसे
लवकुश चौराहा : 23
गांधीनगर से एयरपोर्ट रोड : 05
सुपर कॉरिडोर : 07
देपालपुर रोड : 45
बायपास : 100
खुड़ैल रोड : 45

-नए साल के पहले पखवाड़े में हुए आधा दर्जन से अधिक मौत
नए साल की शुरूआती 15 दिनों यानि एक पखवाड़े में ही सड़क हादसों में आधा दर्जन से अधिक मौतों के मामले में पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि वाहनों की तेज गति, नशा कर गाड़ी चलाने और दो पहिया वाहन पर बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने के कारण आधा दर्जन लोग मौत का शिकार हो गए। शहर में नए साल की शुरूआत ही सड़क हादसे से हुई, जिसमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल। हादसे का कारण नशा और तेज रफ्तार था। इसके बाद नए साल के शुरूआती दिनों में ही ऐसे सड़क हादसे हुए, जिनमें तेज गति, नशा और सिर पर हेलमेट नहीं होने के कारण वाहन चालक मौत के शिकार हो गए। केवल दो पहिया वाहनों और कार व अन्य चार पहिया वाहनों के कारण ही नहीं , बल्कि लोडिंग भार वाहन, ट्रक, डंपर, यात्री बसों और अन्य वाहनों के कारण भी आए दिन सड़क हादसे होते हैं लोग निर्दोष लोग अपनी जान गंवा देते हैं।
यातायात के नियमों का उल्लंघन हादसों का कारण
सड़क हादसे रोकने के लिए यातायात पुलिस पूरे प्रयास कर रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर ब्लेक स्पाट चिह्नित कर वहां पर सुधार किए गए हैं। बीते तीन साल के सड़क हादसों की जांच में पता चला कि यातायात के नियमों का उल्लंघन करने के कारण ये हादसे हुए हैं।