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ये जमीन सरकारी कांकड़ है जिसका नामांतरण निरस्त दिनाक 13/12/ 2022 को शासकीय कांकड़ के कारण उस समय पदस्थ तहसीलदार द्वारा किया जा चुका है ।
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इसी जमीन का नामांतरण दिनांक 10/10/2023 को पदस्थ तहसीलदार द्वारा कर दिया गया है...
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सुदामा पटेल ने उक्त भूमि अनुभव जैन को विक्रय कर दी गई है...
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अनुभव जैन ने भी उक्त कांकड़ भूमि अन्य को बेच दी जा चुकी है...
DGR@ ब्यूरो संवाददाता रिपोर्ट
ग्राम कंपेल में सरकारी कांकड़ वाली जमीन में हुई नामांतरण प्रक्रिया में धांधली की शिकायत सोमेश खत्री द्वारा इंदौर कलेक्टर सहित संभागायुक्त इंदौर, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण ) इंदौर को विगत 1 मई 2024 को की गई थी।
उक्त आवेदन के अनुसार फरियादी सोमेश खत्री ने दस्तावेजों के साथ हमे बताया कि उक्त भूमि
ग्राम कंपेल तहसील खुडेल में सर्वे नंबर 24 रकबा 1.5700 हेक्टेयर की जो जमीन है वह मिसल बंदोबस्त के समय से ही शासकीय भूमि के रूप में खाते में दर्ज रही है उक्त भूमि कभी भी निजी खाते में नहीं रही है लेकिन भूमि को अवैधानिक रूप से पूर्व भूमि स्वामियों से सांठगांठ कर निजी भूमि बताकर उक्त भूमि का विक्रय पत्र 8 जून 2008 को निष्पादित करते हुए शासकीय भूमि को निजी खाते की दर्शाते हुए भूमि स्वामी के अधिकार गैर कानूनी रूप से प्राप्त किए गए हैं ।
खत्री का यह भी आरोप है कि संबंधित पक्ष भली-भांति जानते थे कि उक्त भूमि राजस्व रिकॉर्ड में शासकीय भूमि के रूप में दर्ज रही है फिर भी षडयंत्र पूर्वक उक्त भूमि को निजी खाते में परिवर्तित कर रजिस्ट्री करवाई गई ।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सर्वप्रथम 2022 में नायब तहसीलदार तहसील खुडेल जिला इंदौर के द्वारा पूर्ण जांच करने के पश्चात तथा दस्तावेजों का अवलोकन करने के पश्चात उक्त भूमि को शासकीय होना पाया गया था और उक्त नामांतरण आवेदन पत्र को प्रचलन योग्य नहीं मानते हुए निरस्त किया गया इसी कारण से सन 2022 में उक्त भूमि का नामांतरण नहीं हो पाया था ।
लेकिन खेल देखिए कि सन 2023 में उक्त भूमि को पुनः नामांतरण किए जाने हेतु एक नया नामांतरण आवेदन पत्र
सन 2023 में प्रस्तुत किया गया और संबंधित पक्षों ने उक्त भूमि शासकीय खाते में दर्ज रही होने के पश्चात भी सच को छुपाकर नया नामांतरण आवेदन पत्र प्रस्तुत किया और नामांतरण करवा लिया गया ।
*तो यहां यह प्रश्न स्वाभाविक है कि नायब तहसीलदार महोदय को क्या यह जानते हुए भी उक्त भूमि शासकीय भूमि है और पूर्व में प्रस्तुत नामांकन निरस्त किया जा चुका है इसके उपरांत भी क्या जानबूझकर शासकीय रिकार्ड में हेरा फेरी कर उक्त भूमिका का नामांतरण संबंधित पक्षों के पक्ष में कर दिया गया ।
डिटेक्टिव ग्रुप रिपोर्ट अपने संकल्पसूत्र
"सतर्क रहे सजग रहे अभियान" के मद्देनजर कलेक्टर महोदय इंदौर से विस्तृत जांच का निवेदन करता है ताकि जनहितार्थ - जनकल्याणार्थ सत्य प्रकट हो ।
संबंधित पक्ष से जब इस बारे जानने हेतु हमारे संवाददाता द्वारा संपर्क किया गया
तो कोई प्रतिउत्तर प्राप्त नहीं हुआ ।