चॉकलेट, रिया, माल, म्याऊं, म्याऊं, मम्मी जैसे कोडवर्ड से मिलती है ड्रग्स
इंदौर। भले ही पुलिस, आबकारी विभाग, एसटीएफ और नारकोटिक्स सहित अन्य शासकीय विभाग के अधिकारी नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसते हुए उनकी धरपकड़ लगातार कर रहे हो और शहर में नशे पर अंकुश लगाने की बात कहते हो, लेकिन इसके बावजूद शहर के युवाओं की रगों में अब गांजा, अफीम और शराब ही नहीं, बल्कि इससे भी कई गुना महंगा नशा पहुंच रहा है। यह महंगी नशीली ड्रग्स चॉकलेट, रिया, माल, म्याऊं, म्याऊं, मम्मी जैसे कोडवर्ड से मिलती है। इस बात का खुलासा पिछले दिनों पुलिस को आपरेशन 'रियाझ् में हुआ है।
दरअसल पुलिस ने आॅपरेशन रिया के तहत एक गिरोह के सात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं, जो केफै, पब आदि जगह पर नशे का कारोबार करते थे। आरोपियो की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ मे यह सामने आया कि इन्दौर शहर मे ड्रग्स को संगठित तरीके से नयी उम्र के युवक युवतियो को, बच्चों को जिम, कैफे, पब, आदि स्थानो पर उनको झासें मे लेकर नशे का आदी बनाया जा रहा था। पुलिस ने इनके नाम सोहन उर्फ जोजो पिता हुकम नि. सेधंवा बडवानी, धीरज पिता विक्रम सोनतिया नि. ग्राम खुडैल, कपिल पाटनी पिता पवन पाटनी नि. इन्दौर, विक्की पिता जयपालदास परिआणी नि. इन्दौर, याशमीन पिता आशिक नि. खजराना, आफरीन पिता आशिक नि. इन्दौर और सद्दाम पिता नौसाद खान नि. इन्दौर बताया है।
आंटी ने भी उगले चौंकाने वाले राज
इन सात आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए काजल उर्फ आंटी को गिरफ्तार किया, उसने पुलिस की पूछताछ में कई चौंकाने वाले राज उगले हैं। उसने बताया कि वह शहर के लगभग सारे पबों में ड्रग्स स्पलाई करती थी। वह एक माह में करीब दस लाख रुपए का नशा बेचती थी। पुलिस ने बताया कि स्कीम नंबर-78 (स्लाइस-5) निवासी 45 वर्षीय काजल उर्फ आंटी मूलत: पुणे की रहने वाली है। इंदौर निवासी दीपक जैन से शादी होने के बाद वह यहां आ गई। उसकी गिरफ्तारी के बाद उससे कड़ी पूछताछ की जा रही है।
हर जगह घूमते हैं पैडलर
पूछताछ में उसने बताया कि उसके पैडलर पलासिया, टॉवर चौराहा, भमौरी, एबी रोड स्थित पबों की पार्किंग, होटल, रेस्तरां के आसपास घूमते रहते थे। उनके स्थायी ग्राहक रहते हैं। जो देखते ही इशारा कर चॉकलेट, रिया, माल, म्याऊं, म्याऊं, मम्मी जैसे कोडवर्ड से एमडीएम मांग लेते थे।
10 से 20 हजार में देती थी पुडिय़ा
रसूखदार परिवारों से जुड़े युवक व युवतियां सीधे उसे कॉल कर एबी रोड पर पुडिय़ा लेने आ जाते थे। वह 10 से 20 हजार रुपये ग्राम के हिसाब से पुडिय़ा बनाकर देती थी। उसके ग्राहकों में ऐसे लोग शामिल है जो आॅडी, मर्सीडिज, बीएमडब्ल्यू जैसी कारों से आते थे। वह उन्हें ऐसी लत लगा चुकी थी कि नशे का एक डोज लेने के लिए उससे मन्नतें करते थे। सभ्रांत परिवार के युवक-युवतियां आधी रात को उसके पास आती थी।
DGR विशेष
शहर के युवाओं की रगों में पहुुंचा महंगा नशा
- 26 Dec 2020