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इंदौर

फर्जी कॉलसेंटर का आरोपी गुजरात से गिरफ्तार

दो माह से पुलिस को थी तलाश
इंदौर। फर्जी काल सेंटर के माध्यम से यूएस के नागरिकों को ठगने के मामले में दो माह से फरार चल रहे एक आरोपी को पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी गिरोह बनाकर उक्त गोरखधंधा कर रहा था। गिरोह के 85 सदस्यों, जिसमें कई महिलाएं, युवतियां भी शामिल थी, पूर्व में पकड़ा चुकी है। इस आरोपी की लंबे समय से तलाश थी। वह 11 जून से फरार चल रहाा था। यह वारदात के बाद आरोपी पुलिस से बचने रोज अपने ठिकाने बदल रहा था। यहां तक की मोबाइल की सिम में बदलता रहता था, जिससे पुलिस को काफी मशक्कत करना पड़ी। आरोपी से उसके फरार रहने के दौरान मदद करने वालों की जानकारी ली जा रही है। फरारी में वह जहां रहा और जिसने भी पनाह भी उसे भी सहआरोपी बनाया जाएगा। साइबर सेल के अनुसार आरोपी केवल पिता दलपतराय साधू उर्फ  दीपक (30) निवासी 16 सकल कृष्णनगरी सोसायटी नियर एसबीआई बैंक थाना वैजलपुर अहमदाबाद है।
नोयडा में भी खोला था सेंटर
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मैंने नोयडा में सैमभाई के फर्जी कॉल सेन्टर पर काम करने वाले नार्थ इंडियन लड़के लड़कियों के लिए भी मकान नालेज पार्क एरिया में मकान दिलाया था। सैम के सेक्टर 63, ई 18 में काल सेन्टर में छापा पड़ा था। उस समय मैं वहीं था। वहां की पुलिस ने मुझसे भी पूछताछ की थी, लेकिन तब पकड़ाने से बच गया था।
फिर इंदौर को बनाया ठिकाना
वहां से बचने के बाद मैं दो महीने से चुप बैठा रहा। किसी प्रकार का कामकाज नहीं किया। जब देखा की पुलिस की कार्रवाई लगभग खत्म हो गई तो फिर नया काल सेंटर खोलने इंदौर आ गया। इसके पहले गुजरात के किन्नर पटेल और रवि मथानी ने मुझसे पार्टनरी में सेन्टर इन्दौर में खोलने के लिए कहा था लेकिन तब अन्य साथियों के साथ मिलकर विजयनगर के समीप पीयू 4 स्कीम 54 मेें चार सेंटर खोल चुका था।
100 कर्मचारी रखे थे नौकरी पर
उन सेन्टरों में 100 कर्मचारियों को नौकरी पर रखा था। ये कर्मचारी यूको  के नागरिकों को कॉल करके सोशल सिक्युरिटी नम्बर को ब्लॉक करने का भय बताकर उनसे धोखाधड़ी पूर्वक रुपए ऐंठ लेते थे। रोजाना ऐंठी गई राशि का डाटा तैयार किया जाता था। पुलिस का छापा पडऩे के बाद एक-दो दिन बाद ही मैं कार से अहमदाबाद भाग गया था।
ये किया था जब्त
साइबर सेल के एसपी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि मामले में लिप्त 85 आरोपियों से कम्प्यूटर उपकरण, लैपटॉप, सीपीयू, मोबाइल, सिम, मैजिक जैक डिवाइस आदि जब्त किए गए थे। उधर, पुलिस गिरफ्तार आरोपी से सघन पूछताछ कर रही है। मामले के दो आरोपी भी अभी फरार चल रहे हंै, जिनकी तलाश में साइबर सेल का एक दल गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट: गया हुआ है।