सांसद लालवानी ने सरकार के समक्ष पत्र लिखकर रखी मांग
इंदौर। इंदौर देश का एकमात्र ऐसा शहर है जहां आईआईटी (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी) इंदौर और आईआईएम (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट) जैसे दो प्रतिष्ठित संस्थान हैं। बेहतर स्कूल, कॉलेज और कोचिंग क्लासेस होने से प्रदेश के अन्य शहरों के छात्र यहां पढऩे आते हैं। इसी तर्ज पर स्वच्छता में तीन बार हैट्रिक लगा चुके इंदौर में राष्ट्रीय स्वच्छता संस्थान और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संस्थान खोलने के लिए प्रारंभिक प्रयास शुरु हुआ है। इंदौर के सासंद शंकर लालवानी ने दोनों संस्थाओं को स्थापित करने के लिए पीएम मोदी को पत्र भेजकर यह मांग उठाई है। ये संस्थान के खुलने स्वच्छता के क्षेत्र में शहरों में स्वच्छता को लेकर बढावा मिलेगा।
पहली बार प्रधानमंत्री बनने पर पीएम मोदी ने सबसे पहले देश में स्वच्छ भारत मिशन अभियान शुरु किया। इस अभियान को लेकर इंदौर ने लगातार सफाई पर ऐसा काम किया जो आज देशभर के शहरों के लिए इंदौर सफाई का मॉडल बन चुका है। इंदौर की इस सफलता को देखते हुए लालवानी ने दो कदम बढ़कर सरकार के सामने एक बड़ी मांग रखी की यहां पर राष्ट्रीय स्वच्छता संस्थान और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संस्थान के अवसर काफी उज्जवल है। सांसद लालवानी ने पत्र में लिखा है कि 2015 में आपके व्दारा स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) शुरू किया गया था। इंदौर शहर को धूल से भरे स्थान से बदल दिया गया है जो 2014 में सबसे स्वच्छ शहर में पांचवें स्थान पर रहा था । इंदौर नगर निगम, दुकानदारों और शहरवासियों व जनप्रतिनिधियो से लेकर समाज के सभी वर्गों की पूरी भागीदारी से 2017 , 2018 और 2019 में प्रथम रैंक को बरकरार रखा है।
स्वच्छता अभियान के तहत शहर को धुल और आवारा पशु मुक्त शहर बनाया है। यही शहर की एक स्मार्ट सड़क ऐसी भी बनाई जहां पर लोगों ने सड़क पर बैठकर भोजन किया। इसी प्रकार लगभग 27 लाख की आबादी वाले ठोस कचरा प्रबंधन इंदौर शहर के बारे में 276 वर्ग किमी में फैला हुआ है। 1080 टीपीडी गीला सूखा और घरेलू कचरे के उत्पादन के साथ 4.65 लाख घरों का कचरा एवं शहर मे आने वाले लोगो व्दारा किया गया कचरे को केंद्रीकृत और विकेन्द्रीकृत रचना और अन्य तरीकों से माध्यम से प्रबंधन किया जाता है।
उन्होंने लिखा है कि स्वच्छता पर इंदौर में जिस तरह महारथ हासिल की है उसको देखते हुए शहर में स्वच्छता पर एकेडमी खोली जा सकती है ताकि देश के विभिन्न शहरों के लोग यहां आकर स्वच्छता पर काम सिख सकते है। उन्होंने पत्र के माध्यम से निवेदन किया है कि एक राष्ट्रीय संस्थान स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए इंदोर में खोला जाए, जो देश के बाकी हिस्सों के लिए मिशाल के रूप में काम करेगा और गांधी जी को श्रद्धांजलि दे सकता है।
इनका कहना है
इंदौर शहर में राष्ट्रीय स्वच्छता संस्थान और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संस्थान खोलने के लिए पीएम को पत्र भेजा है। दोनों संस्थान के खुलने के बाद देशभर के लोग यहां आकर स्वच्छता पर बहुत सीखकर अपने शहर को स्वच्छ बना सकते है। दोनों संस्थानों को इंदौर लाने के लिए पूरी तरह से जुटा हुआ हूं। शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों से चर्चा कर रहे है ।
शंकर लालवानी, सांसद इंदौर
इंदौर
इंदौर में राष्ट्रीय स्वच्छता संस्थान और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संस्थान खोलने के लिए पहला कदम
- 08 Mar 2020