Highlights

DGR विशेष

हादसे के बाद जागे जिम्मेदार : ओव्हरलोड यात्री बसों पर कसा शिकंजा; 832 बसों की जांच कर चुका परिवहन विभाग, 107 ओव्हरलोड पकड़ी गई

  • 06 Mar 2021

इंदौर। अक्सर देखा गया है कि किसी भी हादसे के बाद ही सरकार के जिम्मेदार शासकीय अधिकारियों की नींद खुलती है और वे आगे से ऐसी गलती, लापरवाही या हादसा न हो इसके लिए कार्रवाई करने को मैदान में दिखाई देने लगते हैं, लेकिन वह भी कुछ दिनों तक ही। हादसे की जांच ठंडे बस्ते में जाते ही अधिकारी भी अपने -अपने कैबिन में चले जाते हैं और दूसरी बार नींद फिर किसी हादसे के बाद ही खुलती है।
इन दिनों भी ऐसा ही कुछ परिवहन विभाग में चल रहा है। दरअसल सीधी हादसे के बाद सड़कों पर उतरा परिवहन विभाग का अमला अब तक 832 बसों की जांच कर चुका है। इसमें 107 बसें ओवरलोड पकड़ी गई है। प्रदेश की औद्योगिक राजधानी जहां पर बेहतर लोक परिवहन साधन उपलब्ध हैं और बसों की फ्रिक्वेंसी अधिक है। वहां पर इतनी बड़ी संख्या में बसों में ओवरलोडिंग होना चिंताजनक है।


एक साथ शुरू किया जांच अभियान
सीधी बस हादसे के बाद बैकफुट पर आए परिवहन विभाग ने पूरे प्रदेश में एक साथ जांच अभियान शुरू किया था। क्षेत्रीय अतिरिक्त परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) निशा चौहान ने बताया कि इंदौर में तीन मार्च तक 832 बसों की जांच हुई है। जिसमें दो बसों का फिटनेस निरस्त किया गया है। इन बसों का स्थिति काफी खराब थी। जबकि नौ बसों के पास पीयूसी कार्ड ही नहीं था। इसके अलावा 107 बसें ओवरलोड पकड़ी गई है। इनमें से 21 में क्षमता से दोगुनी सवारी होने से इन बसों को जब्त किया गया है। अब तक सात लाख का जुमार्ना और 13 लाख से अधिक का टैक्स मिल चुका है।

लगातार हो रही कार्रवाई
चौहान ने बताया कि हम लोग लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। बस संचालकों को इस बारे में बता दिया गया है कि वे ओवरलोडिंग न करें अन्यथा परमिट निरस्त कर दिया जाएगा। 100 से अधिक बस संचालकों को हमने नोटिस दे दिया है और अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। तय समय में पक्ष नहीं रखने वाली बसों के परमिट निरस्त कर दिए जाएंगे।

यात्रियों से भी की अपील
परिवहन विभाग यात्रियों से भी अपील करेगा कि वे ओवरलोड बसों में न बैठें। थोड़ी-थोड़ी देर में बसें उपलब्ध हैं। आम लोग सही तरीके से अपनी यात्रा करें। इस बारे में यात्रियों को जागरूक करने के लिए बस स्टैंड पर पोस्टर भी लगाए जाएंगे।


परमिट करेंगे निलंबित या निरस्त
सीधी हादसे के बाद सड़कों पर उतरे परिवहन विभाग ने ओवर लोडिंग करती पकड़ी गई 100 से अधिक बसों के आपरेटरों को नोटिस जारी कर दिया है। इसमें इनसे पूछा गया है, आप लोगों ने परिवहन नियमों का उल्लंघन किया है। क्यों न आपकी बस का परमिट निरस्त कर दिया जाए। हालांकि आपरेटरों को अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया है। जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर अधिकारी परमिट को तीन माह के लिए निलंबित या निरस्त कर सकते हैं।


पक्ष रखने का देंगे मौका
क्षेत्रीय अतिरिक्त परिहवन अधिकारी (एआरटीओ) ह्दयेश यादव के अनुसार हमारी टीम बीते कुछ दिनों से परिवहन की चैकिंग में जुटी है। चैकिंग में जिन बसों को पकड़ा गया था। अब उनके आपरेटरों को नोटिस जारी किया गया है। नियमानुसार इन लोगों को अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मुख्यालय से ऐसी बसों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।


बसें देखकर अधिकारी भी हैरान
चैकिंग में पकड़ी बसों को देखकर परिवहन अधिकारी भी हैरान रह गए हैं। खंडवा रोड पर पकड़ी गई 32 सीटर बसों में जमकर ओवरलोडिंग की जा रही थी। जबकि यह घाट सेक्शन वाला इलाका है। यहां पर 32 सीटर बस में 64 यात्री मिले थे। ड्रायवर के केबिन से लेकर खाली जगह में लोगों को नीचे बैठा लिया गया था। यह देखकर अधिकारियों ने ड्रायवर को डांट भी लगाई थी। इसके अलावा कई बसों में इमरजेंसी गेट बंद था और खिड़कियों में जाली लगा कर बंद किया हुआ था। जिससे आपात स्थिति में यात्री बाहर ही नहीं निकल सकते थे।