इंदौर। मानसून पूर्व की बारिश तो इंदौर में आंधी-तूफान के साथ अच्छी हुई और पूर्वी क्षेत्र में 8 इंच से ज्यादा पानी गिरा, लेकिन पश्चिमी क्षेत्र में 3 से 4 इंच बारिश ही अभी तक दर्ज की गई। बीते हफ्तेभर से तो मानसून लापता ही है, जिसके चलते इंदौर मानसूनी बारिश की दृष्टि से फिलहाल पिछड़ गया। गत वर्ष इससे दो गुनी बारिश अभी तक हो गई थी। मानसून के आगे बढने के चलते गर्मी और उमस में भी इजाफा हो गया। दिन और रात का जो तापमान घट गया था वह फिर बढने लगा है। कल दिन का अधिकतम तापमान 33.9 दर्ज हुआ, जो सामान्य से 1 डिग्री ज्यादा था, तो रात का न्यूनतम तापमान 24.4, सामान्य से 1 डिग्री अधिक दर्ज हुआ।
देश के कई हिस्सों में तो मानसूनी बारिश जारी है, लेकिन इंदौर में मानसून पिछड़ गया। हालांकि शुरूआत अच्छी हुई थी और मानसून पूर्व की तेज झड़ी तीन-चार बार लगी आंधी-तूफान के साथ हुई इस बारिश ने हालांकि कई पेड़ उखाड़े, बिजली के ट्रांसफार्मर भी खराब हुए और घंटों बत्ती भी गुल रही, लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि अब जुलाई के महीने में अच्छी बारिश होगी। जून का आखरी हफ्ता तो बिना बारिश के ही गुजर गया। वैसे भी 15 जून के बाद मानसून के आने की संभावना मौसम वैज्ञानिकों ने बताई थी और इस बार भी नौतपा में मानसून पूर्व की बारिश हो गई थी। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में फिलहाल कोई मानसूनी हलचल नहीं है, जिसके चलते अभी अगले एक-दो दिनों में तेज बारिश की संभावना कम ही है।
लंबे समय तक बारिश नहीं होने के कारण कई किसानों की बोई फसल खराब स्थिति में पहुंच गई है लिहाजा अब किसान इनको उजाडऩे में लग गए हैं। किसानों ने सोयाबीन समेत अन्य फसल को ट्रेक्टर आदि चलाकर खदेड़ दिया है ताकि बारिश होते ही फिर से बोवनी की जा सके।
इंदौर
मानसून का इंतजार, गर्मी और उमस में इजाफा
- 02 Jul 2021