- नाला टेपिंग के नाम पर कई जगह रोक दिया जल निकासी का मार्ग
- छोटे पाइपों से कैसे निकलेगा बहाव
- 4 इंच बारिश में ही डूब क्षेत्र में आ जाएगी बस्तियां
- सामाजिक कार्यकर्ता ने किया आगाह
- छोटे छोटे पाइपो का ले रहे सहारा
- पाइप के आधे भाग में तो समाहित हो चुका है कीचड़
शहर में जल जमाव नहीं हो भीषण बारिश का पानी भी आसानी से गुजर जाए इसके लिए जिला प्रशासन के निर्देश पर नगर निगम इंदौर में पानी निकासी के लिए पाइप लाइन डालने का कार्य किया है लेकिन वर्तमान में जो पाइप डाले जा रहे हैं वे जल निकासी के लिए पर्याप्त नहीं है। इंदौर में 4 इंच बारिश हुई जिस दिन हो गई उस दिन अनेक बस्तियां जलमग्न सी दिखाई देगी।
सामाजिक कार्यकर्ता किशोर कोडवानी ने दावा किया है कि जिस दिन इंदौर शहर में 4 इंच भी बरसात हो गई उस दिन इंदौर की अनेक बस्तियां जलमग्न दिखाई देने लगेगी। इंदौर नगर निगम ने नाला टेपिंग के नाम पर कई जगह जो पाइप लाइन डाली है। वे पाइप काफी छोटे कम व्यास के आकार के हैं अनेक ऐसी बस्तियां हैं। जो निचली बस्तियों की श्रेणी में आती है जहां चारों तरफ का पानी भी आकर एकत्रित होता है उन बस्तियों में जब अन्य बस्तियों से आने वाला पानी जमा होगा तो उसके वेग को यह पाइप बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे होगा यह की पानी सड़क गली जहां भी स्थान मिलेगा वहां से निकलना आरंभ हो जाएगा और जगह-जगह जल जमाव की स्थिति निर्मित हो जाएगी ।हालात यहां हो जाएंगे की बस्ती के चारों ओर पानी ही पानी दिखाई देगा। उन्होंने छावनी क्षेत्र की कुछ बस्तियों का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां पर इंदौर नगर निगम के द्वारा जो पाइप डाले जा रहे हैं उन्हें देखकर ऐसा नहीं लगता है कि बरसात के पानी का वेग यह पाइप निकालने में कामयाब हो जाएंगे निचली बस्तियों में अधिक व्यास आकार के पाइप डाले जाने चाहिए साथ ही जो पाइप लाइन डाली जा रही है उनमें आधे से अधिक पाइप तो कीचड़ से ही भर चुके हैं फिर उनमें जल की निकासी कैसे होगी तय मापदंडों के आधार पर संबंधित ठेकेदार पाइप नहीं डाल रहे हैं या फिर नगर निगम इंदौर के कर्णधार इस कार्य को मनमाफिक तरीके से अंजाम दे रहे हैं कारण जो भी हो लेकिन इंदौर के नागरिक उस दिन अच्छे खासे परेशान हो जाएंगे जिस बीदिन एक साथ 4 इंच बरसात हो जाएगी। यही हाल बाण गंगा क्षेत्र पंचकुइयां क्षेत्र सहित दर्जनों बस्तियों के निकट का भी है।
सामाजिक कार्यकर्ता किशोर कोडवानी ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि नाला टेपिंग के नाम पर नगर निगम ने शहर के अनेक बड़े जल निकासी के भागों को सीमित कर उसे छोटे-छोटे पाइपलाइन में तब्दील कर दिया है इस मामले में उन्होंने जिला कलेक्टर को भी जानकारी दी थी उन्होंने कुछ दिनों तक काम भी रुकवाया लेकिन बाद में सब कुछ यथावत हो गया।
किशोर कोडवानी सामाजिक कार्यकर्ता
अब देखना यह है कि आने वाले खतरे के प्रति आगाह करते हुए अपने सतर्क रहो सजग रहो अभियान को सार्थक करते हुए डिटेक्टिव ग्रुप रिपोर्ट ने इस और जिला प्रशासन के साथ ही नगर निगम जिला प्रशासन का भी ध्यान आकर्षित किया है साथ ही जनप्रतिनिधियों के संज्ञान में भी इस विषय को उठाया गया है। वे क्या पहल करते हैं। या आने वाले खतरे का वे स्वागत कर रहे हैं। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।