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गिरफ्त में आए आरोपी से पूछताछ में खुले राज ...  बिहार में है जालसाजों के गांव..!

  • 07 Jun 2021

अनेक राज्यों में रोजाना होती है लाखों की ठगी
इंदौर। बदलते समय में ऑनलाइन ठगी के मामले में लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिस तरह से हम तेजी से इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं तो अपराधियों ने भी इस आधुनिक तकनीक का सहारा लेकर जालसाजी शुरू कर दी है, पहले तो कभी कभी ही सुनने को मिलता था या पुलिस में शिकायत दर्ज होती थी कि ऑनलाइन ठगी हुई है, लेकिन अब तो इंदौर शहर ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश में रोजाना अनेक लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। इस काम के लिए ठगोरों का पूरा संगठित गिरोह है, जो युवाओं व किशोरों को ऑनलाइन ठगी करना सिखाता है।
हाल ही में एडीजी वरूण कपूर का सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाने के मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने बिहार के एक आरोपी को पकड़ा और उससे सख्ती से पूछताछ की तो चौंकाने वाले खुलासा हुआ कि गांवों के युवाओं द्वारा पूरे देश के राज्यों में ठगी की जाती है। इस खुलासे के बाद पुलिस अब आरोपी के अन्य साथियों का पता लगाने में जुटी है। दरअसल एडीजी वरुण कपूर का फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाने वाले बिहार के नालंदा जिले के कतरी सराय से पकड़े गए 25 वर्षीय आरोपी अखिलेश ने खुलासा किया है करीब पांच हजार लोग रोज फर्जी फेसबुक अकाउंट, फर्जी विज्ञापन, नौकरी, एस्कॉर्ट सर्विस, प्ले बॉय सर्विस और स्पूफ कॉलिंग कर लाखों की ठगी करते हैं।
आईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि 15 दिन से क्राइम ब्रांच बिहार के नालंदा व कतरी सराय में इंदौर में दर्ज हुई फर्जी फेसबुक आईडी, नौकरी के नाम पर झांसा देकर धोखाधड़ी व अन्य सायबर क्राइम की अलग-अलग शिकायतों पर पड़ताल कर रही थी, लेकिन जैसे ही टीम वहां पहुंची तो पाया कि इस इलाके के चार गांव के पांच हजार युवक रोज सुबह 8 बजे घर से मोबाइल, फर्जी सिम और लैपटॉप लेकर ठगी करते हैं।
अन्य जालसाज भी होंगे गिरफ्त में
आईजी ने बताया कि आरोपी अखिलेश ने इलाके के पांच आरोपियों के नाम कबूले हैं। हमारी कुछ टीमें इसकी गैंग के आरोपियों से शहर में हुई इस तरह की वारदातों में साक्ष्य जुटाने की कोशिश में लगी हैं। जल्द ही गैंग के अन्य बदमाशों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
पहले दिल्ली में थे
आईजी ने कहा वहां सिर्फ मप्र नहीं, बल्कि पंजाब, राजस्थान, गुजरात व दिल्ली के पुलिस अधिकारियों की टीम भी साइबर क्राइम को लेकर डटी हैं। इस इलाके के बदमाश कुछ समय पहले तक दिल्ली में बैठकर वारदातें करते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद से गांव में ही सक्रिय हैं। हर एक युवा ने फर्जी बैंक खाते, फर्जी सिम व फर्जी नाम से मोबाइल नंबर ले रखे हैं।
एडीजी की फर्जी फेसबुक आईडी बनाने से किया इनकार
आरोपी अखिलेश से एडीजी वरूण कपूर की फर्जी फेसबुक आइडी बनाने के बारे में भी पूछताछ की, लेकिन उसने ऐसी किसी आईडी बनाने से इनकार कर दिया है। हालांकि एडीजी कपूर खुद साइबर स्पेशसलिस्ट हैं, वे भी मामले पड़ताल कर रहे है। उन्होने क्राइम ब्रांच को बताया कि फर्जी आईडी बनाने वाले उड़ीसा और मुरादाबाद के हो सकते हैं। एक टीम को जांच के लिए वहां भेजा गया है।
फर्जी मैसेज दिखाकर रुपए ठगने वाला पकड़ाया
खंडवा रोड पर नकदी रुपए लेकर अकाउंट में ट्रांसफर करने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला आरोपी विजयनगर पुलिस की गिरफ्त में आ गया। आरोपी ने इस इलाके में भी दो वारदात की थी।  कमल पगारे नि. नर्मदानगर ने बताया कि 3 जून को जूते खरीदने आए युवक ने पर्स घर पर भूलने की बात कहते हुए उससे कहा कि आप 5500 रुपए नकद दे दो, मैं आपके खाते में ऑनलाईन ट्रांसफर कर देता हूं। चिकनीचुपड़ी बातों में आए कमल ने उसे रुपए नकदी दे दिए। आरोपी ने उसे मोबाइल में टेस्क मैसेज दिखाया कि उसने रुपए ट्रांसफर कर दिए, लेकिन कमल के मोबाइल पर मैसेज नहीं आया। आरोपी ने कहा कि 10 मिनट में आपके पास मैसेज आ जाएगा और चलता बना। काफी इंतजार के बाद भी कमल के खाते में रुपए नहीं आए, जिस पर उन्होंने भंवरकुआ पुलिस मोबाइल नंबर सहित शिकायत की थी। पता चला कि आरोपी ने विजयनगर इलाके में भी हितेष नामक युवक से 750 रुपए की इसी तरह ठगी की है। समाजसेवी गणपत यादव के अनुसार आरोपी को विजयनगर पुलिस ने दबोच लिया है। दोनों फरियादियों से आरोपी की शिनाख्ती के बाद पुलिस आवेदन लेकर आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की तैयारी में है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ चल रही है, उसका नाम-पता नहीं बताया गया है।