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चिंतन और संवाद

मोरारी बापू : जीवात्मा की कुछ मौलिक मांग है.... हम सब चाहते हैं हमें ये मिले....

  • 13 Mar 2021

1... पहली मांग हम सबकी है ....जहां तक मैं अपने को केंद्र में रखकर ...दादा के पूरे स्मरण के साथ ....मानस पर हाथ रखकर ...आपके सामने ह्रदय का निवेदन करूं.... तो मोरारी बापू रूपी जीवात्मा की पहली मांग है सद्गुरु ....मुझे चाहिए... मैं इसके बिना अनाथ हूँ ... बेघर हूँ .... सद्गुरु चाहिए .....
मेरी तो ऐसी भी मांग नहीं कि सद्गुरु ऐसा हो ...मेरी आत्मा झुक जाए वो मेरा सदगुरु ...मैं उसपर क्यों शर्त लादूं कि तुम ऐसे हो तो मैं....
 बालकांड हमारी सद्गुरु की मांग पूरी करता है... अवस्था अनुसार... स्थिति के अनुसार...

2... हमारे जैसे जीवात्मा की दूसरी मांग है प्रेम ...प्रेम में त्याग आ ही गया... प्रेम में समर्पण आ ही गया....
 पूरा अयोध्या कांड प्रेम देने का वादा करता है ....

3...तीसरी मांग हम जैसे जीवात्मा की वो है ज्ञान.... अरण्यकांड में ज्ञान दिया गया.... लक्ष्मण जी ने पांच प्रश्न पूछे भगवान राम को अयोध्या कांड में ....उसने एक प्रश्न पूछा ज्ञान बताएं... ज्ञान क्या है ....

4...चौथा हम जैसों की मांग ...मौलिक मांग... जीवात्मा की मांग ....थोड़ी अपेक्षा करने वालों की मांग है... मैत्री.... किष्किंधा कांड मैत्री का दान देता है.... श्री हनुमान जी के माध्यम से विषयी सुग्रीव और भगवान राम के बीच में मैत्री निर्मित हो गई ...हम सबको चाहिए मैत्री.... मैं तो ये कहता हूँ ना कि बुद्ध पुरुष हमारा सखा बन जाता है...वो हाथ पकड़ साथ-साथ चलता है ....वो  किसी को लीड नहीं करता... और किसीको push भी नहीं करता.... पीछे से धक्का नहीं देता ...और आगे से खींचता नहीं ...वो हाथ में हाथ डालकर चलता है... मैत्री...

5.... हम जैसे जीवात्मा की पांचवी माँग है सौंदर्य.... सौंदर्य परमात्मा है.... विवेक से सौंदर्य.... कि शिकार नहीं ...आरती उतारना... ये जीवात्मा की मांग है ...सौंदर्य की इज्जत होनी चाहिए ...सौंदर्य यानि  श्रीमनवल्लभाचार्य कहते हैं जिसका सब सुंदर है... मधुराधिपतेरखिलम मधुरम ....

6...जीवात्मा की मौलिक मांग है शक्ति... लंका कांड शक्ति पूरा करता है .....

7...विश्राम... उत्तरकांड देता है पायो परम विश्राम.....

।। रामकथा ।। मानस गंगासागर ।।