डीजीआर विशेष
इंदौर। जून माह की पहली तारीख को कोरोना की दूसरी लहर का लॉक डाउन खत्म कर शहर को अनलॉक कर दिया गया और शहर के बाजार खुलने के साथ ही धीरे-धीरे सभी गतिविधियां पटरी पर आने लगी। इनके सबके बीच गुंडे बदमाश भी अनलॉक हो गए और चोरी, लूट, हत्या, हत्या के प्रयास जैसी घटनाएं एकाएक बढ़ गई। हालत यह हो गई कि 1 जून से 1 जुलाई तक जहां 13 हत्याएं हुई, वहीं 14 हत्या के प्रयास के मामले सामने आए। इसी प्रकार चाकूबाजी और अन्य अपराधों का ग्राफ भी बढ़ा। जून माह में दिए जख्मों यानि एक के बाद एक घटनाओं को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने क्राइम कंट्रोल के लिए सख्ती कर दी और पुलिस जुलाई माह में इतनी सख्त हुई कि शुरूआती दस दिनों में न केवल नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसा, बल्कि गुुंडों और चाकूबाजों की धरपकड़ का अभियान चलाते हुए उन्हें सलाखों के पीछे धकेल दिया। इतना ही नहीं चोरी के आरोपियों को भी धरदबोचा तो लुटेरों को भी गिरफ्त में ले लिया। पुलिस की सख्ती के कारण वर्तमान में अपराधों का ग्राफ कम हो गया है।
गुंडों की धरपकड़ का चलाया अभियान
पश्चिम क्षेत्र में पुलिस ने गुंडों के खिलाफ धरपकड़ का अभियान चलाया। इस दौरान एक घंटे में ही पांच दर्जन से अधिक को गिरफ्त में लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की। पुलिस ने कुछ पर मादक पदार्थों की खरीद-फरोख्त का केस दर्ज किया है। कुछ अवैध हथियार, अवैध शराब बेचने के आरोप में गिरफ्तारी हुई है। अचानक हुई छापेमारी से हड़कंप मच गया। कईं तो पुलिसकर्मियों को देख कर पलंग के नीचे दुबक कर बैठ गए। पश्चिम-2 क्षेत्र के एएसपी डॉ.प्रशांत चौबे के मुताबिक अनलॉक होने के बाद चाकूबाजी और अड़ीबाजी जैसी घटनाएं बढऩे लगी थी। गुरुवार शाम को सभी थानों के टीआइ के अलग-अलग दल गठित किए और अपने-अपने थाना क्षेत्रों में सक्रिय अपराधियों की तलाशी के लिए भेजा। पुलिस ने इस दौरान लगभग 60 ऐसे अपराधियों को पकड़ा जिन पर पूर्व में गंभीर अपराध दर्ज है। एएसपी के मुताबिक 49 बदमाशों पर 110, सात पर एनडीपीएस, तीन पर आम्र्स एक्ट, तीन पर शराब तस्करी और एक पर सट्टे का केस दर्ज किया है। एसपी आशुतोष बागरी ने थाना प्रभारियों से कहा है कि बदमाशों को थानों में बुलाए और शिनाख्त परेड करवाए।
वर्मा सहित 8 पर रासुका की कार्रवाई
गत दिनों सेंट्रल कोतवाली थाना क्षेत्र के सियागंज इलाके में खड़ी कराई के नाम पर वसूली के मामले में व्यापारियों के विरोध करने पर पुलिस ने अब गुंडों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसके चलते जहां कुछ बदमाशों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं गुंडे महेंद्र वर्मा पर रासुका की कार्रवाई की गई है। उधर, गत दिनों गौमांस के साथ पकड़ाए सात आरोपियों पर भी रासुका में कार्रवाई की गई है।
अनलॉक के 30 दिनों में 13 हत्या
4 जून- चंदन नगर थाना क्षेत्र की ग्रीन पार्क कालोनी के समीप एक बस्ती में सुबह-सुबह सनसनी फेल गई। यहां दो भाइयों छोटू और नईम की टीन शेड के कब्जे के विवाद में पास में रहने वाले परिवार के लोगों ने मिलकर हत्या कर दी।
7 जून हीरानगर थाना क्षेत्र में भानगढ़ ईंट भट्टे के एक युवक की सुबह के समय लाश पड़ी मिली। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि उसकी हत्या की गई है।
8 जून - खजराना थाना क्षेत्र में हत्या हुई। घटना जल्ला कालोनी में हुई। यहां वकील पिता ईद मोहम्मद की पड़ोसी शाहरुख व अन्य ने चाकू मार कर हत्या कर दी।
9 जून-बाणगंगा थाना क्षेत्र में राज नामक युवक पर आरोपियों ने घर में घुसकर रंजिश के चलते हमला कर दिया। अस्पताल में उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
13 जून- खजराना थाना क्षेत्र में महिला की हत्या को उसके पति ने खुदकुशी बताने का प्रयास किया, लेकिन उसकी यह चाल सफल नहीं हो सकी और वह पकड़ा गया।
14 जून- द्वारकापुरी थाना क्षेत्र के श्रीराम नगर निवासी भूरालाल की उसके बेटे सचिन ने ही हत्या कर दी।
18 जून- खजराना क्षेत्र में भिक्षा मांगकर जीवन गुजारने वाले एक व्यक्ति की साथी ने हत्या कर दी।
22 जून - आजाद नगर थाना क्षेत्र में रेहान पिता इब्राहिम (20) निवासी की हमउम्र दोस्त ने हत्या कर दी।
28 जून - आजाद नगर थाना क्षेत्र में दो नाबालिगों ने मयूर नगर निवासी 28 साल के दीपक पिता गुलाबसिंह सोलंकी पर चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में वह बुरी तरह घायल हो गया और उपचार के दौरान करीब 8 दिन बाद दम तोड़ दिया।
29 जून - तिलक नगर थाना क्षेत्र में ही एक युवक की उसके भाई नानू ने हत्या कर दी।
1 जुलाई - थाना भंवरकुआ क्षेत्र में भंवरकुआ थाना क्षेत्र के पालदा मेन रोड के किनारे युवकों के दो गुटों में विवाद हो गया। लेन-देन का मामूली विवाद बढ़कर चाकूबाजी तक पहुंंच गया और चार युवक घायल हुए। इनमें से दो दोस्तों ने एमवाय अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। झगड़े में चाकू लगने से चार युवक टांडा निवासी मयंक पिता दिनेश कनासे, उदय नगर देवास निवासी अमित पिता गुलाबचंद मुजाल्दे, मूसाखेड़ी निवासी मोहित चौहान और मूसाखेड़ी के ही दीपांशु घायल हो गए। उपचार के दौरान मयंक और अमित की एमवाय अस्पताल में मौत हो गई।
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्त में लिया
शहर में हुई सभी हत्या के मामलों में आरोपी पकड़े गए हैं। दरअसल जितनी भी हत्याएं हुई हैं उनके आरोपी मृतकों के परिचित या रिश्तेदार ही रहे हैं। ऐसे में पुलिस ने हत्याओं के आरोपियों को धरदबोचा।
DGR विशेष
जून ने दिए जख्म, जुलाई मेें पुलिस हुई सख्त
- 10 Jul 2021